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900 मिलियन टन कोयला भंडार : एसईसीएल की गेवरा माइन की वार्षिक क्षमता 70 मिलियन टन की है। वित्तीय वर्ष 23-24 में खदान ने 59 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया है। 1981 में शुरू हुई इस खदान में 900 मिलियन टन से अधिक का कोयला भंडार मौजूद है। इन खदानों में कोयला खनन के लिए विश्व-स्तरीय अत्याधुनिक मशीनों जैसे “सरफेस माइनर” का प्रयोग किया जाता है। यह मशीन ईको-फ्रेंडली तरीके से बिना ब्लास्टिंग के कोयला खनन कर उसे काटने में सक्षम है। यहां जनवरी 2024 से जून 2024 तक छत्तीसगढ़ में गेवरा और कुसमुंडा खदानों में कोयला उत्पादन को दर्शाने वाला डेटा चार्ट है। यह चार्ट दोनों खदानों के लिए मिलियन टन में मासिक उत्पादन दिखाता है, जो इस अवधि के दौरान उत्पादन के रुझान पर प्रकाश डालता है।