विरोध के लिए विरोध करना ठीक नहीं
राहुल गांधी के प्रवास के दौरान भाजपा के विरोध पर मुख्यमंत्री ने कहा, वे केवल विरोध करने के लिए विरोध कर रहे थे। उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा, क्या राजीव मितान क्लब की शुरुआत का विरोध है? क्या श्रमिकों के खाते में छह हजार रुपए वार्षिक जाएगा, 1 करोड़ मीट्रिक टन धान खरीदी की, तेंदूपत्ता संग्राहकों को 4 हजार रुपए प्रति मानक बोरा दिए जाने का विरोध है। उन्होंने कहा, प्रजातंत्र में विरोध की असहमति का पूरा सम्मान है, लेकिन विरोध का आधार होना चाहिए। केवल विरोध के लिए विरोध करना ठीक नहीं है।
बेरोजगारी देश के लिए बड़ी चुनौती
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार की नीतियों और बेरोजगारी की समस्या को लेकर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा, कथनी और करनी में बहुत अंतर है। फिर भी चाहे 15 लाख रुपए देने, 2 करोड़ रोजगार देने या फिर किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने की बात हो। मोदी और उसकी पूरी टीम ने बस सपना दिखाने का काम किया है।
सत्र में चर्चा से भाग जाता है विपक्ष
विपक्ष के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने कहा, हर सत्र में वो चर्चा से भाग जाते हैं। हमको सत्र बढ़ाने से दिक्कत नहीं है, लेकिन अभी कोरोना काल चल रहा है। दिल्ली की सरकार नहीं कर रही है। मध्यप्रदेश में तीन दिन में पास कर रहे हैं, तो छत्तीसगढ़ उससे बेहतर है।