मुख्यमंत्री ने कहा, छत्तीसगढ़ राज्य के सांस्कृतिक एवं पारंपरिक धरोहरों को बचाने और संवारने में कलाकारों का महत्वपूर्ण योगदान है। छत्तीसगढ़ की खानपान, हमारी बोली भाखा, संगीत, गीत, नृत्यशैली सबको उत्तर से दक्षिण तक, पूरब से पश्चिम तक जोडऩे का काम (Raipur News) कलाकारों ने किया है। उन्होंने कहा, लोक विधा कर्मा के अनेकों शैलियां प्रचलित हैं, अनेक विधाओं में नई शैलियां कलाकारों ने निकाली हैं। भरथरी, पंथी जैसी विधाओं को अंतरराष्ट्रीय पहचान देने का काम हमारे छत्तीसगढ़ के कलाकारों ने किया है।
कलाकारों को मिल रहा योजनाओं का लाभ मुख्यमंत्री ने कहा, हमने हर वर्ग के लोगों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनाई, कलाकारों को भी इसका लाभ मिल रहा है, मुझे इसकी खुशी है। छत्तीसगढिय़ा (CG Hindi News) ओलंपिक में हर वर्ग के लोग बढ़-चढकऱ हिस्सा ले रहे हैं, हमने अरपा पैरी के धार को राजगीत बनाया। तीज-तिहार की छुट्टियां घोषित की, अब सब तीज-तिहार मना रहे हैं।
भाजपा ने 15 साल में कुछ नहीं किया सीएम ने भाजपा द्वारा कलाकारों को कई सुविधाएं न मिलने के आरोप पर कहा, 15 साल तो भाजपा को मौका मिला था, उन्होंने क्यों नहीं किया? हमारी सरकार ने कई नीतियां बनाई है, जिसका लाभ वे ले रहे हैं।
न फिल्म सिटी और न सब्सिडी: अनुज शर्मा भाजपा में हाल ही में शामिल पद्मश्री अनुज शर्मा और भाजपा के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के संयोजक राजेश अवस्थी ने सरकार पर छत्तीसगढ़ की संस्कृति के साथ वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, जाए के बेरा में मुख्यमंत्री को अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए कलाकारों की सुध आई है। सरकार ने घोषणा के मुताबिक न तो फिल्मसिटी बनाई और न स्थानीय फिल्मों के (Anuj Sharma) निर्माण में सब्सिडी ही दिया। राजभाषा आयोग और फिल्म आयोग का अध्यक्ष तक नियुक्त नहीं किया। रायगढ़ में होने वाले चक्रधर समारोह पिछले तीन साल से नहीं हुआ।