महिला के दो बच्चे हैं। इस पर दोनों बच्चों ने आयोग के समक्ष कहा कि अगर माता-पिता तलाक लेते हैं तो हम भी दोनों से रिश्ता तोड़ देंगे। इसके बाद दोनों पक्षों ने कहा कि वह एक बार फिर आपस में चर्चा करने के बाद (cg news) सुलह करने पर विचार करेंगे। गुरुवार को दोनों पक्ष अधिवक्ता एवं काउंसलर को बैठाकर सुलहनामा तैयार करेंगे। इसके बाद 23 जून 2023 को सुलहनामा के आधार पर प्रकरण पर निराकरण किया जाएगा।
गलत इलाज की शिकायत एक महिला ने डॉक्टरों के ऊपर गलत इलाज की शिकायत आयोग में की थी। महिला ने बताया कि अगस्त 2022 में वह हॉस्पिटल में भर्ती हुई थी, क्योंकि गर्भ में शिशु की हलचल नहीं हो रही थी। जिस पर डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे की 6 दिन पहले मृत्यु हो चुकी थी। इसके लिए नार्मल डिलीवरी का प्रयास महिला के द्वारा किया गया था। महिला को समस्या हुई, कुछ दिन बाद फिर से ऑपरेशन किया गया, लेकिन समस्या ठीक नहीं हुई। तब महिला ने दूसरे निजी हॉस्पिटल में अपना इलाज कराया। वहां इलाज के 3-4 महीने बाद स्वस्थ हो पाई, जिसमें महिला का 3-4 लाख रुपए खर्च हुए।
इसमें डॉक्टरों के खिलाफ महिला ने 20 लाख रुपए क्षतिपूर्ति दिलाने की बात कही है। आवेदिका ने अपनी समस्त दस्तावेज (raipur news) आयोग में जमा किया है। पूरे मामले और रिपोर्ट की जांच कराई जाएगी, तब प्रकरण को सुनवाई में रखा जाएगा।