पिछले सिस्टमों से अलग इस निम्न दबाव के कारण अधिकांश भागों में मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी बारिश (Heavy rain ) होगी। अभी यह पश्चिम बंगाल (west bangal) और ओड़ीशा (odisha) के पास है इसलिए शुरुआत में इन्हीं भागों को प्रभावित करेगा। वर्तमान में इन राज्यों पर काफी बादल दिखाई दे रहे हैं और बारिश भी शुरू हो गई। हालांकि बारिश की तीव्रता अलग-अलग है।
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उम्मीद है कि राज्यों के कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश आज तक जारी रहेगी। इसका असर छत्तीसगढ़ (chhattisgarh weather alart) और मध्य प्रदेश (Madhyapradesh) पर भी दिखने लगा है। आंशिक बादल आने लगे हैं और कुछ स्थानों पर बारिश में हो रही है।जैसे-जैसे यह सिस्टम पश्चिमी दिशा में बढ़ेगा मध्य प्रदेश के पश्चिमी भागों में भी बारिश होगी। इस सिस्टम के राजस्थान (rajasthan weather) तक जाने की संभावना है। इसके चलते पूर्वी राजस्थान और उत्तरी गुजरात तक में बारिश के आसार हैं। ओड़ीशा से लेकर छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात (Gujrat mansoon) और राजस्थान के कुछ हिस्सों को यह सिस्टम सीधे तौर पर प्रभावित करेगा। इन राज्यों के अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और महाराष्ट्र के भी कुछ इलाकों पर मानसून वर्षा देखने को मिलेगी। इस निम्न दबाव का असर दिल्ली और एनसीआर में भी दिखेगा। यहाँ 30 अगस्त को बारिश होने की संभावना है।
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एक तरफ यह निम्न दबाव आगे पश्चिमी दिशा में बढ़ता रहेगा तो दूसरी ओर बंगाल की खाड़ी (Bay of bangal) में एक नया चक्रवाती हवाओं (cyclone in bay of bangal) का क्षेत्र विकसित होगा।बंगाल की खाड़ी और अंडमान और निकोबार (Andaman and Nicobar weather) द्वीप समूह के साथ। मछुआरों को इन क्षेत्रों में उद्यम न करने की सलाह दी गई है। अभी तक प्रदेश के कोंडागांव ,दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बस्तर (bastar) और बीजापुर में सबसे अधिक बारिश (heavy rain) हुई है। सबसे कम बारिश दुर्ग, बालोद, रायपुर तथा सरगुजा जिले में हुई है।Click & Read More Chhattisgarh news.