भगवान का दर्शन कराने के नाम पर अश्लील वीडियो दिखा लड़कियों का करता था यौन शोषण, गिरफ्तार
कथित बीज मंत्र से एचआईवी, कैंसर जैसे असाध्य रोगों को ठीक करने का दावा करने वाला बाबा, अपने अजीबोगरीब प्रवचन से राजधानी के साइंस कालेज मैदान पर दो दिनों तक लोगों को झांसा देता रहा है। गौरतलब है कि महज कुछ दिनो पहले कुमार स्वामी को खुद को अकाल पुरख बताने वाले अपने बयान के बाद तब माफी मांगनी पड़ी जब शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का फैसला किया। दरअसल कुमार स्वामी ने बीते दिनों कहा था कि सिखों का एक ओंकार अकाल पुरख मैं ही हूं।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति क्लिंटन की कुर्सी बचाने का दावा
बाबा के फर्जीवाड़े का पहला मुकदमा लखनऊ के गोमती नगर थाने मे 2013 मे दर्ज किया गया था उनके खिलाफ वहाँ पर औषधि एवं चमत्कारिक उपचार (आपत्तिजनक विज्ञापन) अधिनियम, 1954 की धारा 7 एवं भारतीय दंड संहिता की धारा 419 व 420 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज है।
गौरतलब है कि बाबा कुमार स्वामी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाले आदित्य और तान्या ठाकुर ने ही सबसे पहले निर्मल बाबा के फर्जीवाड़े का खुलासा किया था । कुमार स्वामी के खिलाफ दर्ज एफआईआर के अनुसार उन्होने अपनी वेबसाईटों पर अपने अनुयायियों में इंग्लैंड की महारानी सहित 31करोड से अधिक अनुयायी होने की बात कही थी।
उन्होंने न्यूयार्क सीनेट द्वारा उनके नाम पर एक दिन घोषित करने, भारत सरकार के विज्ञान तथा तकनीकी मंत्रालय द्वारा बंगलोर के एक सरकारी प्रयोगशाला में उन पर अलग से प्रयोग होने, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की कुर्सी बचाने जैसे कई दावे किये हैं।
सके साथ ही श्री कुमारस्वामी द्वारा बीजमंत्रों से भक्तों के एड्स, बहरापन, गूंगापन, कैंसर, नशे की लत आदि बीमारियों और कष्टों से मुक्ति दिलाने का दावा किया गया था और इस सम्बन्ध में विज्ञापन प्रकाशित किए गए थे। इस प्रकार के विज्ञापन औषधि एवं चमत्कारिक उपचार (आपत्तिजनक विज्ञापन) अधिनियम का उल्लंघन है। छत्तीसगढ़ मे भी कुछ अखबारों ने उनका विज्ञापन छापा है।
आशाराम बापू का समर्थक है बाबा
खुद को निरंजनी अखाड़े का महामंडलेश्वर बताने वाले कुमार स्वामी गाहे बगाहे बलात्कार के आरोप मे जेल मे बंद आशाराम बापू के समर्थन को लेकर भी चर्चा मे रहे हैं। बाबा के खिलाफ एक मुकदमा पिछले साल अगस्त माह मे नागपुर मे दर्ज कराया गया। लाइलाज रोगों से मुक्त कराने का दावा करने वाले ब्रह्मर्षि श्री कुमार स्वामी के खिलाफ अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने शिकायत की थी किब्रह्मर्षि श्री कुमार स्वामी के तरफ दावा किया गया है कि वह अपने सिद्ध मंत्रों से सभी प्रकार के लाइलाज रोगों का इलाज तो करते ही हैं, अनपढ़ को विद्वान और निर्धन को धनवान भी बना सकते हैं। यहां तक कि उनका कहना है कि भगवान गणेश साक्षात् उनमें वास करते हैं। इस मामले मे अभी भी जांच चल रही है।
90 लाख की चोरी मे गिरफ्तार हुआ था पोता
वर्ष 2016 में, कुमार स्वामीजी के निवास स्थान से पुलिस द्वारा उनके पोते सावप्रीत को 90 लाख की चोरी के आरोप में गिरफ़्तार किया गया। सावप्रीत उन पैसों से अपना आश्रम स्थापित करना चाहता था। बाबा के बारे मे पत्रिका को जानकारी मिली है कि उसका असली नाम के के नागपाल है और वह करनपुर राजस्थान का रहने वाला है, लेकिन दिल्ली मे अपना आश्रम खोल रखा है।
बाबा के कार्यक्रमों मे तमाम बड़े नेता शामिल होते रहे हैं। अपनी वेबसाइट पर बाबा ने दावा किया है कि भारत के वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी कुमार स्वामीजी के शिष्य हैं, सके चलते वह समय-समय पर उनके विभिन्न सम्मेलनों में शामिल होते हैं। बाबा का दावा रहा है कि मेरे पचास करोड़ से ज्यादा अनुयायी हैं।
मेरे बच्चों ने बाबा श्री कुमार स्वामी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था उस मामले मे अभी जांच चल रही है
अमिताभ ठाकुर , आईजी ,यूपी पुलिस
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