Corona Update: घर-घर जाकर की जाएगी कोविड-19 के लक्षण वाले मरीजों की पहचान
पहला- होम आइसोलेशन की सुविधा के नियमों का शिथिल किया जाना।दूसरा- पहले की तुलना में मरीजों के स्वस्थ होने में लगने वाला 5-7 दिन का समय, 12 से 15 दिन तक पहुंच गया है। यानी वायरस लोड का कम होना। हालांकि स्वास्थ्य विभाग, स्वास्थ्य विशेषज्ञों और डॉक्टरों ने यह स्पष्ट किया है कि भले ही रोजाना मिलने वाले मरीजों की संख्या में कमी दर्ज की गई हो, मगर अभी कोरोना का पीक नहीं आया है। यह कब आएगा। इस सवाल पर इनका कहना है कि अभी कुछ भी अनुमान लगा पाना जल्दबाजी होगी। आने वाले 2 हफ्तों का इंतजार करना होगा, तब ही स्थिति को कुछ हद तक स्पष्ट हो पाएगी।
आखिर सामुदायिक सर्वे की जरुरत क्यों पड़ी
लोग जांच करवाने कोरोना जांच केंद्रों तक नहीं पहुंच रहे, इसके दो मतलब। या तो संक्रमण कम हुआ है, या फिर लोग डरे हुए हैं। इसलिए घर-घर दस्तक दी जा रही है।
कोरोना अपडेट : छत्तीसगढ़ में पीक दूर व कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा टला नहीं
अब लापरवाही पड़ेगी बहुत भारी
आंकड़े राहत देने वाले हों, मगर हमें नियमों का पालन करते रहना है। लापरवाही नहीं बरतनी है, क्योंकि लापरवाही कभी भी भारी पड़ सकती है। मॉस्क लगाएं, सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें, सेनिटाइजर/साबुन का इस्तेमाल करें।
20 सितंबर से सिर्फ 2 बार मिले 3 हजार से अधिक मरीज
आंकड़ों की मानें तो 20 सितंबर के पहले तक लगभग 3 हर रोज ही 3 हजार से अधिक मरीज मिल रहे थे। मगर, 20 सितंबर के बाद स्थिति बदली है। 26 सितंबर को 3,896 और 28 सितंबर को 3,725 मरीज मिले। शेष दिनों में संख्या 3 हजार से कम रही। हालांकि इस दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के कर्मचारियों की प्रदेशव्यापी हड़ताल और अलग-अलग जिलों में 20 से 30 सितंबर तक लॉक डाउन रहा। जिसकी वजह से कम सैंपलिंग हुई, तो टेस्ट भी कम लगे। हालांकि विभाग का तर्क है कि अब लोग स्वयं ही जांच करवाने नहीं पहुंच रहे हैं। इसलिए सामुदायिक सर्वे शुरू किया गया है।
देश में 30 हजार से ज्यादा एक्टिव मरीजों वाले राज्य
क्र. राज्य- एक्टिव मरीज
1- महाराष्ट्र- 2,60,876
2- कर्नाटक- 1,11,986
3- केरल- 77,482
4- आंध्रप्रदेश- 56,897
5- तमिलनाडू- 46,294
6- उत्तरप्रदेश- 49,112
7- ओडिशा- 34,314
8- असम- 34,128
9- छत्तीसगढ़- 29,693