रायपुर

जुगाड़ से बेटी को MBBS डाक्टर बनाने का सपना देखना पड़ा महंगा, ठगों ने लगाया 23 लाख का चुना

शिक्षक शैलेंद्र सिंह का मैसेज जरिए के परिवेश बैठा नाम के एक शख्स से संपर्क हुआ, उसने बताया कि वह रांची के रिम्स में एडमिशन करवा सकता है। शैलेंद्र सिंह को अपनी बेटी का एडमिशन एमबीबीएस में करवाना था।

रायपुरOct 13, 2019 / 01:19 pm

Karunakant Chaubey

जुगाड़ से बेटी को MBBS डाक्टर बनाने का सपना देखना पड़ा महंगा, ठगों ने लगाया 23 लाख का चुना

रायपुर. छत्तीसगढ़ की एक छात्रा का जुगाड़ लगा कर MBBS में एडमिशन लेना महंगा पड़ा। शैलेन्द्र नाम के एक व्यक्ति को एक ठग ने उनकी बेटी का एडमिशन रांची स्थित एम्स में करवाने की की बात कह कर 23 लाख रुपये मांगे और पैसे मिलने के बाद फरार हो गए। पीड़ित ने स्थानीय थाने में आरोपी राजवीर सिंह, परिवेश बैठा और एक अज्ञात शख्स के खिलाफ FIR दर्ज कराई है।

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जानकारी के अनुसार शिक्षक शैलेंद्र सिंह का मैसेज जरिए के परिवेश बैठा नाम के एक शख्स से संपर्क हुआ, उसने बताया कि वह रांची के रिम्स में एडमिशन करवा सकता है। शैलेंद्र सिंह को अपनी बेटी का एडमिशन एमबीबीएस में करवाना था।

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परिवेश बैठा ने शैलेंद्र सिंह को यह भरोसा दिलाया कि रिम्स में उनकी बेटी का एडमिशन आसानी से हो जाएगा। एडमिशन में कुल 23 लाख रुपए लगेंगे। इसके लिए उसने उन्हें रांची बुलाया। जब एडमिशन के सिलसिले में शैलेंद्र सिंह रांची पहुंचे, तो परिवेश ने राजवीर सिंह नामक एक व्यक्ति से उन्हें मिलवाया और कहा कि यही रिम्स के कर्ताधर्ता हैं ।

इन्हीं के माध्यम से उनकी बेटी का एडमिशन एमबीबीएस में होगा। परिवेश और राजवीर ने शैलेंद्र सिंह को रिम्स कैंपस ले जाकर कई लोगों से मिलवाया और यह भरोसा दिलाया कि वो लोग बेहद प्रभावशाली हैं और रिम्स में एडमिशन आसानी से करा सकते हैं। उनके से शैलेन्द्र को उनके ऊपर भरोसा हो गया।

पहले मांगे 15 लाख

इसके बाद उन्होंने 15 लाख की मांग करते हुए उन्हें फिर रांची बुलाया। जहां उनकी मुलाकात आरोपी राजवीर सिंह से बरियातू स्थित एक होटल में हुई। शैलेन्द्र ने उन्हें 15 लाख रुपये दे दिए। जिसके बाद राजवीर ने उन्हें बताया की की उनके पते पर जल्द ही एक वेलकम लेटर पहुंचेगा। जिसके बाद उन्हें बाकी के 8 लाख रुपये देने होंगे।

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10 अक्टूबर को शैलेंद्र सिंह के पास एक फर्जी वेलकम लेटर पहुंचा, जिसके बाद वो फिर दोबारा 12 अक्टूबर को रांची पहुंचे। जहाँ उन्हें बताया गया की बाकी रकम दिए बिना उन्हें एडमिशन नहीं मिल पायेगा। जिसके बाद पीड़ित ने उन्हें 8 लाख रुपये और दे दिए। जिसके बाद आरोपी ने शैलेंद्र को एडमिशन से संबंधित फर्जी लेटर दे दिया।

संस्थान पहुंचे तो उड़ गए होश

जब पीड़ित अपनी बेटी के साथ एडमिशन के लिए संस्थान पंहुचा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गयी। उनके द्वारा दिखाए गए सभी कागजात फर्जी थे। इसके बाद पीड़ित ने दोनों आरोपियों को फोन लगाया तो उनका नम्बर बंद मिला। रिम्स परिसर में उन दोनों के बारे में पूछने पर कोई जानकारी भी नहीं मिली

थाने में शिकायत दर्ज करवाया

जब उन्हें ठगे जाने का एहसास हुआ तो उन्होंने स्थानीय थाने पहुंच कर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। फिलहाल पुलिस होटल में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है।

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