एक चंदन का पौधा, पेड़ बनने में 20 साल तक समय लेता है। एक एकड़ में 500 पौधे लगाए जा सकते हैं। पौधे लगाने से लेकर इसकी 20 साल तक देखभाल का खर्च 4 लाख। चंदन की छाल विभिन्न विशिष्ट गुणों से भरपूर होती हैं जो औषधीय कामों में प्रयोग की जाती है। चंदन के तेल का प्रयोग सौंदर्य प्रसाधन तैयार करने में किया जाता है। लाल चंदन की लकड़ी से फर्नीचर भी बनाए जाते हैं। पूजा में इसका विशेष महत्व है। चंदन की लकड़ी भारतीय बाजार में 10-15 हजार रुपए प्रति किलो बिकती है।
साउथ की हिट फिल्म (south hit movie) पुष्पा (film pushpa )में जिस लाल चंदन के बारे में बताया गया है, उसी लाल चंदन की खेती एक जुनूनी किसान ने शुरू की है। बलौदा से लगे गांव करहीडीह के एक किसान अरुण रात्रे ने ऐसा प्रयोग किया है। कभी सामान्य खेती करने वाले अरुण को लाल चंदन की खेती का ख्याल आया और वे आन्ध्र प्रदेश ले इसके 1500 पौधे ले आए। हालांकि अभी भी दो एकड़ में 1000 पौधे तैयार हो गए हैं। इन्हें पूरी तरह पेड़ बनने में करीब 17 साल का वक्त लगेगा। जिसके बाद इनकी कीमत करोड़ों में होगी।