पहले भी हो चुका है टकराव सुपेबेड़ा जाने को लेकर शुरुआत
पिछले वर्ष राज्यपाल ने गरियाबंद के सुपेबेड़ा गांव जाने की घोषणा की। उनका कहना था, उन्होंने हेलिकॉप्टर मांगा था जो नहीं मिला। उसके बाद उन्होंने कहा, उन्हें हेलिकॉप्टर मिले अथवा नहीं मिले वे वहां जाएंगी। इसको लेकर सरकार असहज हुई। स्वास्थ्य मंत्री खुद उनके साथ सुपेबेड़ा गए। यहां से टकराव की शुरुआत हुई।
पिछले वर्ष विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्तियों से सरकार और राजभवन में ठन गई। कुशाभाउ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय में आरएसएस पृष्ठभूमि के बलदेवराज शर्मा की कुलपति पद पर नियुक्ति से यह टकराव बढ़ा।
नाराज सरकार ने बजट सत्र के दौरान छत्तीसगढ़ विश्वविद्यालय अधिनियम में बदलाव कर कुलपति नियुक्ति की प्रक्रिया में राज्यपाल (Chhattisgarh Governor Anusuiya Uike) का हस्तक्षेप सीमित कर दिया। राज्यपाल ने इस अधिनियम को वीटो कर दिया। इससे राजभवन और सरकार के बीच विवाद गहरा गया।