29 अगस्त को महासमुंद में अपने सभा के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए इसे अफवाह बताया था और कहा था कि ‘आज कल अफवाह बहुत चलता है। सरकार के पास इस तरह को कोई विचार नहीं है।’
महज 12 दिन पहले दिए अपने इस बयान से भूपेश बघेल पलट गए। आज उसी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा की उन्होंने निकाय चुनाव में पार्षदों द्वारा मेयर का चुनाव करवाने के लिए उपसमिति बना दी गई है, कैबिनेट में ये फैसला लिया जाएगा। इस समिति में रविन्द्र चौबे, मोहम्मद अकबर और शिव डहेरिया शामिल हैं।
सरेआम हथियार दिखाकर गुंडई करना पड़ा भारी, अब खाएंगे जेल की हवा
उन्होंने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि वैसे भी जिला पंचायत का चुनाव अप्रत्यक्ष तरीके से किया जाता है, यहां भी वैसा ही किया जाए तो कोई बुराई नहीं है। उनके इस बयान से ये साफ़ हो गया कि सरकार चाहती है कि प्रदेश में महापौर का चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से हो ।