केस-1
जनवरी 2024 में महावीर नगर निवासी 26 वर्षीया युवती ने टिकरापारा थाने में शिकायत की। इसके मुताबिक मोबाइल पर एक विदेशी नंबर से वाट्सऐप मैसेज आया। इसमें क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग में भारी मुनाफा होने की जानकारी दी गई थी। इसके बाद उन्हें एक टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ा गया। टेलीग्राम ग्रुप में ही निवेश करने के लिए मैसेज किया जाता था। उसी में निवेश से मिले प्रॉफिट को वर्चुअल अकाउंट पर दिखाया जाता था। इस तरह युवती से 10 लाख रुपए ठग लिया गया।
जनवरी 2024 में महावीर नगर निवासी 26 वर्षीया युवती ने टिकरापारा थाने में शिकायत की। इसके मुताबिक मोबाइल पर एक विदेशी नंबर से वाट्सऐप मैसेज आया। इसमें क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग में भारी मुनाफा होने की जानकारी दी गई थी। इसके बाद उन्हें एक टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ा गया। टेलीग्राम ग्रुप में ही निवेश करने के लिए मैसेज किया जाता था। उसी में निवेश से मिले प्रॉफिट को वर्चुअल अकाउंट पर दिखाया जाता था। इस तरह युवती से 10 लाख रुपए ठग लिया गया।
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केस-2जनवरी 2024 में मंदिरहसौद थाने में प्राइवेट फायनेंस कंपनी के एजेंट देवेश साहू ने शिकायत की। उसे अज्ञात व्यक्ति ने टेलीग्राम पर मैसेज भेजा और पार्ट टाइम ऑनलाइन जॉब से भारी कमाई होने का ऑफर दिया। पैसा कमाने के चक्कर में देवेश उनके एक अन्य टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ गया। उसे ग्रुप में ही टास्क दिया जाता था। उसके बदले शुरुआत में उसे कैश मिले, बाद में उससे रकम जमा करवाने लगे। इस तरह देवेश से साइबर ठगों ने 12 लाख रुपए ऑनलाइन ठग लिया।
टारगेट में युवा वर्ग इस तरह की ठगी करने वाले साइबर ठगों के टारगेट युवा वर्ग है। कामकाजी युवक-युवतियों के अलावा स्टूडेंट्स को ज्यादा झांसे में ले रहे हैं। दरअसल वाट्सऐप और टेलीग्राम का इस्तेमाल लगभग सभी शिक्षित युवा करते हैं। शार्ट टाइम इनकम की तलाश में रहते हैं, कम समय में ज्यादा कमाने का लालच भी रहता है। इस वजह से युवा वर्ग आसानी से साइबर ठगों के झांसे में आ रहे हैं।
टॉपिक एक्सपर्ट लाइक एंड शेयर, क्रिप्टो करेंसी, ऑनलाइन निवेश के अधिकांश मामलों में साइबर ठग टेलीग्राम ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं। युवा वर्ग को अलर्ट रहने की जरूरत है। साइबर ठगों द्वारा कम समय में ज्यादा पैसा कमाने, घर बैठे निवेश में मुनाफा आदि का लालच दिया जाता है। इसके झांसे में न आएं। टेलीग्राम में यूजर का नंबर आसानी से नहीं दिखता। इस कारण साइबर ठग इसका ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। – गौरव तिवारी, टीआई, साइबर थाना, रायपुर