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पुलिस के मुताबिक मुताबिक एसएस कुमार रेलवे के लेखा विभाग में सीनियर इंस्पेक्टर है। उन्होंने 24 नवंबर को गूगल में ईवी खरीदने के लिए कंपनी सर्च किया। उन्होंने सिंपल एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड बैंगलुरू का संपर्क निकाला और उससे बातचीत की। कंपनी वालों ने ईवी के लिए एडवांस बुकिंग के तौर पर 20 हजार रुपए जमा करवाया। उन्होंने राशि जमा कर दिया। इसके अगले दिन उसने बुकिंग दस्तावेज बनाने के लिए आधार कार्ड, पेन कार्ड और दो फोटो मांगा।
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अब फाइनल पेमेंट के रूप में 35 हजार 840 रुपए देने पर ईवी मिल जाएगा। पीडि़त ने फिर उतनी राशि उसे ट्रांसफर कर दिया और वह डिलीवरी वाहन का इंतजार करने लगा, लेकिन उस दिन ट्रक नहीं पहुंचा। पीडि़त ठगों को बताए बैंक खातों में कुल 1 लाख 20 हजार रुपए जमा कर चुका था। ईवी नहीं आने पर उन्होंने कंपनी के मैनेजर को कॉल किया। मैनेजर ने कहा कि डिलीवरी के लिए फाइन चार्ज के रूप में 16 हजार रुपए और जमा करना होगा। यह सुनते ही इंस्पेक्टर को ऑनलाइन ठगी होने का एहसास हुआ। उन्होंने पैसा जमा नहीं किया। पूरे मामले की शिकायत तेलीबांधा थाने में कर दिया। पुलिस ने अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।