कुनकुरी से लेकर कांसाबेल और पत्थलगांव होकर सीतापुर की ओर तक जाने वाले नेशनल हाईवे रोड के बुरी तरह से जर्जर होने के कारण यात्रा करना बेहद तकलीफदेह हो गया है। यहां उड़ रही धूल से लोगों का व्यापार-व्यवसाय प्रभावित हो गया है। (Raipur Breaking News) साथ ही पत्थलगांव के टमाटर उत्पादक किसानों की बदहाली भी बड़ा मुद्दा है। वर्ष 2016 में फसल की कम कीमत मिलने से भड़के टमाटर उत्पादक किसानों के द्वारा नेशनल हाईवे पर टमाटर फेंककर विरोध जताया था। तब से आज तक (Raipur News Update) इस क्षेत्र में ना तो टमाटर की प्रोसेसिंग यूनिट लग सकी और ना ही सरकारी के वादों के बाद भी कोल्ड स्टोरेज स्थापित किया जा सका।
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जिला का गठन भी एक प्रमुख मुद्दा भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री दिलीप सिंह जूदेव के गृहजिले जशपुर में उनके निधन के बाद 2013 के चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पत्थलगांव में चुनावी सभा में यहां जीतने पर पत्थलगांव को जिला बनाने की घोषणा की थी। (Raipur News in Hindi) प्रदेश के पूर्व खनिज मंत्री और 7 बार के विधायक रहे रामपुकार सिंह को भाजपा के शिवशंकर साईं ने पराजित कर दिया था। पत्थलगांव से भाजपा के जीतने और प्रदेश में सरकार बनने के बावजूद जिला बनाने की घोषणा जिस प्रकार ठंडे बस्ते में डाली गई, उससे भारी नाराजगी रही और 2018 के चुनाव में कांग्रेस के रामपुकार सिंह ने फिर से जीत गए। (CG Raipur News) आगामी चुनाव में पत्थलगांव को जिला बनाने फिर से प्रमुख मुद्दा रहेगा। यह भी पढ़ें
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चुनाव बहिष्कार के लगे पोस्टर पांच साल से खराब सड़क का दंश झेल रहे पत्थलगांव के वोटरों ने पोस्टर वार शुरू कर दिया है। सड़क नहीं तो चुनाव में वोट नहीं के नारों के साथ मोहल्लों में जगह-जगह बैनर-पोस्टर लगाए गए हैं। खराब सड़क से उड़ती धूल से बचने के लिए लोगों ने घरों को तिरपाल से कवर करके रखा हुआ है। यह हाल अंबिकापुर रोड पर कदमघाट से लेकर व्यवहार न्यायालय तक का है। (CG News Update) पत्थलगांव के युवा सुनील शर्मा ने बताया कि आश्वासनों से लोग काफी परेशान हैं। अनेक बार आंदोलन भी किया, पर अधिकारियों ने समझाइश एवं बल प्रयोग कर उनके आंदोलन को खत्म कर दिया। अब बैनर-पोस्टर लगाकर अपना विरोध जता रहे हैं। यह भी पढ़ें