CG Weather Alert: शीतलहर जैसे हालात बिल्कुल नहीं
मौसम विभाग के अनुसार अगले 4 दिनों तक प्रदेश में न्यूनतम तापमान में विशेष बदलाव की संभावना नहीं है। यानी ठंड बढ़ने की संभावना नहीं के बराबर है। इसके बाद न्यूनतम तापमान में क्रमिक गिरावट होगी और ठंड बढ़ेगी। बुधवार को कई स्थान बारिश से भीग गए। बस्तर व लोहंडीगुड़ा में 40-40, कपावंड, भनपुरी, बकावंड, बास्तानार, तोकापाल में 30-30, जगदलपुर, नानगुर, बड़े बचेली, दरभा, बीजापुर, कुआंकोंडा, उसूर, बारसूर में 20-20 मिमी पानी बरस गया। इसी तरह भोपालपट्टनम व भैरमगढ़ में 10-10 मिमी बारिश हुई। प्रदेश में ठंड गायब है। राजधानी रायपुर में बुधवार को न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री रहा, जो सामान्य से 5.2 डिग्री ज्यादा रहा। प्रदेश में सबसे ठंडा अंबिकापुर रहा, जहां पारा 11 डिग्री रहा। प्रदेश के ज्यादातर स्थानों पर न्यूनतम तापमान 1 से 7 डिग्री तक ज्यादा है। उत्तर छत्तीसगढ़ में जरूर ठंड है, लेकिन शीतलहर जैसे हालात बिल्कुल नहीं है।
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कई केंद्रों में भीगा धान
CG Weather Alert: बस्तर संभाग के सभी जिलों में मंगलवार की शाम से बारिश की जो शुरुआत हुई थी वह बुधवार को भी जारी रही। हालांकि बीच- बीच में कुछ समय के लिए बारिश थम भी रही है। इसके बावजूद फुहारों की वजह से बारिश का अहसास लगातार बना हुआ है। शहर में सुबह से ही घने बादल छाए हुए हैं। हवा में नमी की वजह से कुहासा देखा जा रहा है। बारिश की वजह से पूरा शहर तरबतर हो गया है। सड़क पर आवाजाही कम नजर आ रही है। शीतकालीन अवकाश व क्रिसमस पर्व की हलचल पर भी बारिश ने पानी फेर दिया है। इधर धान संग्रहण का जो काम महीने भर से जारी था। उस पर भी विराम लग गया है। संग्रहण केंद्र में तिरपाल ढंककर धान के स्टॉक को ढंकने का काम जारी है।
कई जगह पर कटे-फटे तिरपाल की वजह से धान भीग भी गया है। बताया जाता है जगदलपुर, तोकापाल, बकावंड और बस्तर ब्लॉक के आधा दर्जन स्थानों पर कुछ धान भीग गया है। वहीं डीएमओ का कहना है कि अधिकांश संग्रहण केन्द्रों पर रखे धान को ढकने की पूरी कोशिश की गई है।