सुसाइड नोट को जब्त कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक बंधवापारा निवासी प्रदीप उपाध्याय तहसील कार्यालय में नायब तहसीलदार के रीडर के पद पर पदस्थ थे। सोमवार को सुबह 9 बजे परिवार के साथ चाय-नाश्ता करने के बाद ऊपर अपने कमरे में चले गए। कुछ देर के बाद उनका बेटा उन्हें बुलाने गया, तो दरवाजा भीतर से बंद था। कई बार खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला। इससे परिजनों को शक हुआ।
उन्होंने अपने रिश्तेदार और डॉयल 112 को इसकी सूचना दी गई। इसके बाद खिड़की से भीतर देखने पर पता चला कि प्रदीप फंदे पर लटके हुए हैं। इसके बाद दरवाजा तोड़कर उनके शव को नीचे उतारा गया। पुरानी बस्ती पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।
एडीएम सहित 4 के नाम
मृतक के पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें तत्कालीन अपर कलेक्टर गजेंद्र सिंह ठाकुर और वीरेंद्र बहादुर, एडीएम देवेंद्र पटेल और कलेक्टर के स्टेनो मुक्तेश्वर पटेल का नाम लिखा है। मृतक ने अपनी खुदकुशी के लिए इन्हीं को जिमेदार बताया है। सुसाइड नोट में कामकाज को लेकर और डायवर्सन शाखा में पदस्थापना नहीं करने का भी जिक्र किया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। इनका कहना है
एडीएम देवेंद्र पटेल का कहना कि घटना दुखद है। मृतक तहसील में पदस्थ थे। उनसे कोई काम नहीं पड़ता था। बेवजह नाम लिखा गया है। इसकी जांच होनी चाहिए। इसी तरह कलेक्टर के स्टेनो मुक्तेश्वर पटेल का कहना है कि उनका ऑफिस अलग है और मेरा ऑफिस अलग है। कामकाज के सिलसिले में भी उनसे किसी तरह की बातचीत नहीं होती थी।
सुसाइड नोट मिला है। इसमें कुछ अधिकारियों के नाम हैं। इसकी जांच की जाएगी। सुसाइड नोट की राइटिंग एक्सपर्ट से जांच कराई जाएगी। मर्ग कायम किया गया है। पीएम रिपोर्ट नहीं मिला है। -योगेश कश्यप, टीआई, पुरानी बस्ती, रायपुर