CG Ramleela: मैं अध्योध्या हूं.. ढाई घंटे में 40 कलाकारों ने दिखाई अयोध्या की यात्रा
CG Ramleela: रायपुर शहर में अयोध्या का जिक्र होते ही भगवान राम की छवि स्वत: ही दिखाई देने लगती है और लोग श्रीराम के जयघोष करने लगते हैं। ऐसा ही नजारा देखा गया शहीद स्मारक भवन में।
छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर में अयोध्या का जिक्र होते ही भगवान राम की छवि स्वत: ही दिखाई देने लगती है और लोग श्रीराम के जयघोष करने लगते हैं। ऐसा ही नजारा देखा गया शहीद स्मारक भवन में। वैसे ही रविवार को योगेश अग्रवाल निर्मित और प्रदीप गुप्ता निर्देशित ‘मैं अयोध्या हूं…’ का नाट्यमंचन हुआ।
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लगभग ढाई घंटे के इस प्ले में सतयुग से लेकर कलयुग तक की अयोध्या का जीवंत चित्रण किया गया। मुंबई से पहुंचे 40 कलाकारों ने अयोध्या को पूण्य भूमि से पूजनीय भूमि और पूजनीय भूमि से कर्म भूमि बनने तक की यात्रा दिखाई।
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नाटक में अयोध्या की उत्पत्ति और उसके महत्व को दर्शाया गया, जो विष्णुजी के मस्तक में स्थित है। श्रीराम के जन्म और उनके जाने के बाद अयोध्या की कहानी दिखाई गई। श्रीराम से वचन मांगने और अयोध्या के रक्षक हनुमानजी की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही।
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अयोध्या का किरदार प्ले कर रही जयश्री ने कहा, श्रीराम के जाने पर अयोध्या दुखी थी। प्रभु ने माया रची और नाटकीय ढंग से हनुमान से सदैव अयोध्या के रक्षक बनकर रहने का वचन लेकर अपने धाम चले गए। इसके बाद अयोध्या भूमि में कई राजाओं का शासन हुआ। मुगल और यहूदियों ने भूमि पर राज किया।
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फिर अयोध्या में राम मंदिर की नींव और उसे ध्वस्त करने का षड्यंत्र रचा गया। यह यात्रा कई वर्षों से चली। अंत में अयोध्या भूमि फिर धन्य हो गई जब 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर निर्माण के बाद राम लला अयोध्या में विराजे।
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योगेश अग्रवाल ने बताया कि कहानी को तैयार करने में छह महीने लगे। नाटक में पद्मश्री सुरेश वाडेकर और भजन गायिका साधना शर्मा ने सुर दिए हैं।