Rajyotsava 2024: छत्तीसगढ़ स्थापना राज्योत्सव 2024 में संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी द्वारा फसल विविधीकरण पर आधारित आकर्षक जीवंत प्रदर्शनी तैयार की गई है, विभागीय स्टॉल में फल, पुष्प, सब्जी, औषधि आदि के उच्च गुणवत्ता वाले पौधे एवं प्रसंस्कृत उत्पाद जैसे जैम, सॉस, आचार आदि भी विक्रय किया जा रहा है, इन उत्पादों के प्रति लोग विशेष रूचि ले रहे हैं।
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Rajyotsava 2024: संचालनालय द्वारा बागवानी के जीवंत प्रदर्शन ने राज्योत्सव के पहले दिन से ही सैकड़ों लोगों को आकर्षित किया। किसान के साथ साथ आम नागरिक भी मनमोहक जीवंत प्रदर्शन देख बागवानी करने हेतु आकर्षित एवं प्रेरित हुए दिखाई दिए।
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Rajyotsava 2024: स्टॉल में केला, आम, अमरूद, शिमला मिर्च, टमाटर, मीर्च, गुलाब, गेंदा, जरबेरा, लिची, पपीता आदि के पौधों के प्रदर्शन के साथ उसकी विस्तृत जानकारी भी प्रदर्शित की गई है। साथ ही बड़ी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से उद्यानिकी के प्रगतिशील कृषकों की सफलता की कहानी, उन्ही की ज़ुबानी सुनाई जा रही है।
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Rajyotsava 2024: छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के मौके पर राज्योत्सव-2024 में ग्रामोद्योग विकास विभाग द्वारा शिल्पग्राम में लगाए गए स्टॉल में रेशम उत्पादन की प्रक्रिया समझने और रेशम की खेती के लिए किसानों और आमनागरिक बड़ी संख्या में ठहर रहे। विभागीय स्टॉल में प्राकृतिक स्वरुप में रेशम के कीड़ों को देखने के लिए हर वर्ग के लोगों में विशेषकर बच्चे विशेष रूचि दिखा रहे|
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Rajyotsava 2024: इस अवसर पर स्टॉल में तरह-तरह के रेशम बीजों का भी प्रदर्शन किया गया है, जिनमें विशेष रूप से मलबरी सफेद कोया, मलबरी रंगीन कोया, मलबरी पीला मैसूर, मलबरी सफेद रिल्ड, टसर स्पन धागा, टसर बाना धागा, डाबा पालित कोसा एवं रैली साबू बीजों को प्रदर्शित किया गया है, जिनसे कोसा सिल्क, मलबरी सिल्क, बनारसी, कांजीवरम की साड़ियां बनाई जाती हैं।
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Rajyotsava 2024: विभागीय स्टाल में आए किसानों और आमजनों ने ग्रामोद्योग विकास विभाग की योजनाओं के बारे में भी विस्तृत जानकारियां ली। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ कोसा उत्पादन एवं कोसा वस्त्र निर्माण के क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में प्रगति कर रहा है।
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Rajyotsava 2024: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में वन आधारित ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने के संकल्प को पूरा करते हुए छत्तीसगढ़ टसर उत्पादन के क्षेत्र में परम्परागत रूप से विशिष्ट स्थान रखता है। रेशम प्रभाग के योजनाओं के जरिए ग्रामीण अंचल में निवासरत जरूरतमंद परिवारों को रोजगार, स्व-रोजगार उपलब्ध हो रहे हैं।
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Rajyotsava 2024: टसर रेशम विकास एवं विस्तार कार्यक्रम, पालित डाबा टसर ककून उत्पादन योजना, नैसर्गिक बीज प्रगुणन एवं कोसा उत्पादन योजना, टसर धागाकरण जैसी योजनाओं का संचालन कर मलबरी रेशम विकास एवं विस्तार कार्यक्रम लघु निर्माण अंतर्गत रेशम एवं टसर केंद्र में बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।