CG PSC : उन्होंने कहा, परीक्षा परिणाम को लेकर अभी तक छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने अभी तक कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है। ऐसे में बिना जांच के पहले इस तरह दस्तावेज को नष्ट करना अभ्यर्थियों को साथ एक निर्ममतापूर्ण रवैया है, जिसके चलते छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने अपनी विश्वसनीयता को पूरी तरह समाप्त किया।
यह भी पढ़ें : CG Tourism : छत्तीसगढ़ का खजुराहो कहलाता है भगवान शिव का यह मंदिर , दूसरे राज्य से भी आते हैं श्रद्धालु CG PSC : आज प्रदेश में विद्युत विनियामक आयोग के भर्ती में ओएमआर शीट को पेन के बजाए पेंसिल से भरने का मामला हो या सहायक प्रोफ़ेसर चयन का मामला, सभी में स्पष्ट रूप से अपने परिजनों को सुनियोजित तरीक़े से सेट किया गया है जो कि बेहद चिंतनीय है। प्रदेश में व्यापमं की उपयोगिता को समाप्त कर ज़लिा स्तर पर भर्ती निकाली गई है, जिसमें पदों की बोली लगाई जा रही है।
CG PSC : कई पदों में शीघ्रलेखन मुद्रलेखन मांगा गया है, जबकि शासन ने तीन साल से कोई भी शीघ्रलेखन-मुद्रलेखन की परीक्षा आयोजित नहीं की है। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि पद किनके लिए निकाला जा रहा है। क्या सारे पद पर सत्ता पार्टी और अधिकारी के परिजन ही बैठाए जाएंगे।