CG News: अक्सर लूट, चोरी और उठाईगिरी करने वाले त्योहार के समय सक्रिय रहते हैं। कई जगह रेकी भी करते रहते हैं। ये अपराधी ऐसे ही मौकों के ताक पर रहते हैं। कई पुलिस अधिकारी जेवर ले जाने के कारोबारियों के इस तरीके को गलत मानते हैं। इससे किसी तरह के अपराध होने की आशंका रहती है। उल्लेखनीय है कि रायपुर में कई बार असुरक्षित ढंग से करोड़ों के जेवर ले जाते हुए पकड़े जाने के मामले का खुलासा हो चुका है।
CG News: टैक्स चोरी का पूरा खेल
चोरीछिपे यात्रीबसों से सोना-चांदी और नकदी ले जाने के पीछे बड़ी वजह टैक्स चोरी करना है। रायपुर सोने-चांदी के जेवरों के मैन्य़ुफैक्चरिंग, गलाई, कारीगारी का बड़ा केंद्र बन गया है। यहां ओडिशा, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश के अलावा गुजरात और दिल्ली से भी बड़ी मात्रा में सोना-चांदी आता है। और बाहर जाता भी है। रोज करोड़ों का कारोबार होता है। आयकर और जीएसटी से बचने के लिए चोरीछिपे और लापरवाहीपूर्ण तरीके से सोने-चांदी का परिवहन किया जा रहा है।
17 अक्टूबर को बोरियाखुर्द निवासी मनोज कुमार ध्रुव 20 लाख रुपए बैग में रखकर बाइक से अपने ऑफिस जा रहे थे। इस दौरान बाइक सवार दो बदमाशों ने रास्ते में उनका बैग लूट लिया और फरार हो गए।
आरोपियों का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है। भाठागांव बस स्टैंड एक यात्री बस में सवार तीन युवक 12 किलो 800 ग्राम सोने के जेवर बैग में भरकर जगदलपुर से रायपुर पहुंचे थे। उनके पास बिल भी नहीं था। चेकिंग के दौरान पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। इसके बाद मामला आयकर विभाग को दे दिया।
पिछले सप्ताह मौदहापारा इलाके में एक ट्रक में 900 किलो से अधिक चांदी ले जाया जा रहा था। क्राइम ब्रांच ने चेकिंग के दौरान इसे पकड़ा। चांदी बिना दस्तावेजों के लाया गया था। ट्रक में
सुरक्षाकर्मी भी नहीं थे। इसका अवैध रूप से परिवहन किया जा रहा था।
पहले भी हो चुकी है घटनाएं
इससे पहले भी कई बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। विधानसभा चुनाव से पहले रायपुर से दुर्ग पहुंची यात्री बस में 20 किलो से अधिक का सोना बरामद हुआ था। इसको लेकर सराफा कारोबारियों ने जमकर बवाल किया था। इसे भी बाद में आयकर विभाग को सौंपा गया था। रायपुर एएसपी लखन पटले की यह तरीका पूरी तरह असुरक्षित है। कारोबारियों को निजी सुरक्षा व्यवस्था के साथ सोने-चांदी का परिवहन करना चाहिए। सुरक्षा को लेकर पुलिस हरसंभव प्रयास करती है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई भी की जाती है।