सुनवाई के दौरान उसने अपने वकीलों से कहा कि मेरे पास रहो। छत्तीसगढ़ पुलिस बार-बार पूछताछ कर रही है। दरअसल अमन को गंज और तेलीबांधा थाने में दर्ज अपराध के मामले में सोमवार को लाया गया था। उसे भारी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे 5 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा है। अमन को लाने के लिए रायपुर पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी है। उसके प्रोडक्शन वारंट कई बार खारिज हो चुके थे। अमन पिछले कई साल से छत्तीसगढ़ के कारोबारियों और ठेकेदारों से वसूली कर रहा है।
30 से ज्यादा जवानों का सुरक्षा घेरा
अपराधी अमन को झारखंड और रायपुर पुलिस के 30 से ज्यादा हथियारबंद जवानों की सुरक्षा दी गई थी। उसे रविवार को झारखंड से प्रोडक्शन वारंट पर रायपुर लाया गया है। कोर्ट में पेश करते ही उसे पुलिस रिमांड से बचाने आठ-दस वकीलों की फौज खड़ी हो गई। उसके बचाव में झारखंड के वकील ने ऑनलाइन दलीलें पेश की। रायपुर से भी कई वकील उसे बचाने के लिए पैरवी करने लगे। हालांकि कोर्ट ने उनकी दलीलें खारिज करते हुए रिमांड पर सौंप दिया। यह भी पढ़ें
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कई मामले खुलेंगे
रायपुर सहित राज्य के अन्य शहरों में पिछले कुछ सालों से अपराधी अमन का गैंग सक्रिय है। कोरबा और रायपुर में वसूली के लिए कई फायरिंग करवा चुका है। गंज इलाके में इसके गुर्गे एक व्यापारी की हत्या के इरादे से पहुंचे थे। पुलिस ने वारदात को अंजाम देने से पहले आरोपियों को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अमन के इशारे पर वारदात करने आने का खुलासा किया था। गंज पुलिस ने अमन के खिलाफ भी अपराध दर्ज किया है। इस के बाद अमन ने जुलाई में पीआरए ग्रुप के प्रहलाद अग्रवाल से वसूली के लिए उनके ऑफिस में फायरिंग कराई थी। इससे पहले शंकरनगर और वीआईपी करिश्मा अपार्टमेंट में कोयला कारोबारी के सीए के फ्लैट में भी फायरिंग हुई थी। इसमें भी इसी गिरोह का हाथ माना जा रहा है।