CG News: मेडिकल इमरजेंसी सेवा के नाम पर खेल, जरूरतमंदों तक समय पर नहीं पहुंच रही एंबुलेंस
CG News: रायपुर प्रदेश की मेडिकल इमरजेंसी सेवा के नाम पर खेल हो रहा है। मेडिकल इमरजेंसी के दौरान कई जगह एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंच रही है। जिससे लोगो काफी दिक्कते हो रही है।
CG News: छत्तीसगढ़ के रायपुर प्रदेश की मेडिकल इमरजेंसी सेवा के नाम पर खेल हो रहा है। मेडिकल इमरजेंसी के दौरान कई जगह एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंच रही है। इसके बावजूद सरकार एजेंसी को करोड़ों का भुगतान कर रही है। अलग-अलग जिलों में 2 लाख से ज्यादा मामलों में मेडिकल इमरजेंसी के दौरान लोगों ने एंबुलेंस की मांग की, लेकिन वहां तय समय के भीतर एंबुलेंस नहीं पहुंच पाई। पीडि़तों को दूसरे वाहनों का सहारा लेकर अस्पताल जाना पड़ा। कई स्थानों पर तो एक-एक घंटे बाद एंबुलेंस पहुंची हैं।
उल्लेखनीय है कि मेडिकल इमरजेंसी में लोगों को अस्पताल पहुंचाने के लिए संजीवनी एक्सप्रेस 108 का संचालन किया जा रहा था। इसे अब दूसरी कंपनी संचालित कर रही है। लेकिन इसके लिए एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम 30 मिनट रखा गया है। कैग ने वर्ष 2019 से 2022 के बीच एंबुलेंस के रिस्पांस टाइम का खुलासा किया है।
मेडिकल इमरजेंसी की सूचना मिलने पर एंबुलेंस को मरीज तक पहुंचने में लगने वाला समय रिस्पांस टाइम है। स्वास्थ्य विभाग ने जय अंबे ग्रुप को टेंडर देते समय रिस्पांस टाइम 30 मिनट तय किया गया था। अर्थात किसी भी मरीज या मेडिकल इमरजेंसी की जरूरतमंद तक 30 मिनट में एंबुलेंस पहुंचना था। अधिकांश जिलों में एंबुलेंस रिस्पांस टाइम का पालन नहीं कर पा रहा है।
2 लाख से अधिक जगह लेट हुई एंबुलेंस
कैग की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 2 लाख 27 हजार 113 प्रकरणों करीब 33.99 प्रतिशत में एंबुलेंस 30 मिनट के बाद पहुंची है। इसी तरह 57 हजार 398 मामलों में एंबुलेंस मरीजों तक एक घंटे बाद पहुंची है। 723 मामलों में एंबुलेंस 360 मिनट से अधिक समय में पहुंची है। राज्य के 9 जिलों में एंबुलेंस का लाभ जरूरतमंदों को तय समय पर नहीं मिल पा रहा है। बलरामपुर जिले में सबसे अधिक समय 35 मिनट से ज्यादा समय ले रही है। दूसरी ओर रायपुर जिले में सबसे कम समय पर एंबुलेंस पहुंच जाती है।
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