CG News: सीबीआई ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि
आरोपी ऑडिटर वीरेन्द्र कुमार पटेल 13 जुलाई 2006 को एसओ के पद पर ग्रेड वेतन 4,800 रुपये में नौकरी ज्वाइन की थी। इसके बाद हर साल चल-अचल संपत्तियों की खरीदी की गई। जांच के दौरान 5 करोड़ 37 लाख 4123 रुपए की प्रॉपर्टी खरीदने के इनपुट मिले है। इसके संबंध में मिले दस्तावेजों को जांच के दायरे में लिया गया है। बताया जाता है कि भ्रष्टाचार कर आय से अधिक संपत्तियों की खरीदी की गई। तलाशी के दौरान मिले दस्तावेजों, प्रापर्टी खरीदने के पेपर्स और डिजिटल डिवाइस के संबंध में पूछताछ कर बयान लिया जा रहा है। इस समय सीबीआई की टीम आरोपी अधिकारी के ठिकानों में तलाशी करने के साथ ही दस्तावेजों की जांच करने के साथ ही उसे जब्त कर रही है।
17 साल में 5.37 करोड़ की संपत्ति अर्जित
सीबीआई के अनुसार वरिष्ठ लेखा अधिकारी ने 31 जुलाई 2007 से 31 मई 2024 के बीच अपनी पत्नी के नाम पर 3 करोड़ 89 लाख 54 हजार रुपए की चल,अचल संपत्तियां अर्जित की है। वहीं अफसर के डीए अकाउंट में 1 करोड़ 47 लाख 50143 रुपए जमा हैं।
सीबीआई के अफसरों का कहना है कि आरोपी अधिकारी भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त रहा है। साथ ही अपने पद का दुरुपयोग कर अवैध रूप से अपनी आय के अधिक संपत्ति अर्जित की है।
कार्यालय और आवासीय परिसर की जांच
सीबीआई की 15 सदस्यीय टीम आरोपी वरिष्ठ लेखा अधिकारी वीरेन्द्र कुमार पटेल के
कार्यालय और आवासीय परिसरों की जांच कर रही है। साथ ही आरोपी अधिकारी, उनके परिजनों और रिश्तेदारों के नाम चल-अचल संपत्तियों का ब्यौरा जुटा रही है। तलाशी के दौरान बरामद दस्तावेजों के संबध में राजस्व विभाग से जानकारी जुटाई जाएगी। इस समय सीबीआई की टीम जांच कर रही है। इसके पूरा होने पर आय से अधिक संपत्तियों का खुलासा किया जाएगा।