नया रायपुर मंत्रियों के कुल 16 बंगले बन रहे हैं, जिनसें से अभी तक केवल 10 मंत्रियों के बंगले ही लगभग बन पाए हैं। इन बंगलों बाउंड्रीवॉल भी सीएम हाउस जैसी 12 फीट ऊंची है। बंगला नंबर एम-6 प्रदेश के गृहमंत्री को मिलेगा। उसमें दरवाजे-खिड़की लग गई है, परंतु परिसर में गार्डन बनाना अभी शुरू नहीं हुआ है। जबकि रोड के दूसरी तरफ 6 मंत्रियों के बंगले अलग बन रहे हैं, जिसका केवल ढांचा ही तैयार है। मंत्रियों के बंगलों का काम अभी 30 से 35 प्रतिशत बचा हुआ है। इसलिए जून तक ही पूरा हो पाएगा।
जमीनी स्तर पर किस तरह निर्माण चल रहा है, यह जानने और देखने मंगलवार को पत्रिका टीम पहुंची तो सबसे पहले अधिकारियों से अनुमति लेनी पड़ी। इसके बाद ही अंदर प्रवेश मिल पाया। इस दौरान देखा कि नए CM हाउस के अंदर-बाहर रंगाई-पुताई और टाइल्स लगाने का काम हो चुका है। बड़े-बड़े हॉल और कमरों में इंटीरियर डिजाइनिंग का काम चल रहा है। इसी परिसर में CM सचिवालय भी संचालित होगा। विभाग की प्रोग्रेस रिपोर्ट के अनुसार, CM हाउस 80 प्रतिशत बनकर तैयार हो चुका है।
सबसे अधिक समय राजभवन तैयार करने में लगेगा। क्योंकि अभी तक केवल एक हिस्से में ही निर्माण का ढांचा बना है। बाकी जगह बुनियाद खोदी गई है। 12 एकड़ के परिसर में दरबाजार हॉल, राजभवन सचिवालय, गार्डन, सुरक्षा अमले के लिए निर्माण शुरू नहीं हुआ। अफसरों के अनुसार राजभवन में अभी एक साल का समय लगेगा।
पीडब्ल्यूडी मंत्री का दावा था- दिसंबर तक पूरा होने का
पीडब्ल्यूडी ताम्रध्वज साहू के 4 साल के कार्यकाल में नवा रायपुर में ये प्रोजेक्ट काफी धीमी गति से चले। सेक्टर-24 में सीएम हाउस, 16 मंत्रियों के बंगले और राजभवन और सेक्टर-18 में अफसरों के 86 बंगलों के निर्माण का टेंडर कुछ पहले 531 करोड़ 34 लाख 49 हजार रुपए की लागत से फाइनल हुए थे। जिसे दिसंबर 2022 तक बनकर तैयार हो जाना था। ये दावा पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने किया था। परंतु जमीनी स्तर पर सीएम हाउस का काम अभी 20 प्रतिशत और मंत्रियों और अफसरों के बंगलों का काम 30 से 35 प्रतिशत बाकी है। इन सभी कामों का ठेका पुणे की कंपनी वेस्कॉन इंजीनियरिंग लिमिटेड को मिला था। परंतु उसने निर्माण कराने के बजाय पेटी कांट्रेक्ट में रायगढ़ के सुनील अग्रवाल को दे दिया। उन्हीं के द्वारा निर्माण कराया जा रहा है।
नवा रायपुर में नया विधानसभा भवन निर्माण के लिए 234 करोड़ का ठेका डीबी कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला है। यह काम भी शुरू होने जा रहा है। पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों के अनुसार अगस्त 2024 तक बनकर तैयार होगा।