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CG Navratri: अष्टमी-नवमी युति में हवन
CG Navratri: गुरुवार को सप्तमी तिथि पर सत्तीबाजार में मां आंबे की दीपों से सजी 1100 थालियों से महाआरती होगी और आधी रात देवी मंदिरों में महानिशा पूजन होगा। इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए मंदिरों के पट बंद रहेंगे। जैसे-जैसे दशहरा पर्व नजदीक आता जा रहा है, श्रद्धालुओं में उत्साह बढ़ते जा रहा है। झांकियों और पूजा पंडालों में अनेक रूपों में विराजीं मां दुर्गा का दर्शन करने के लिए देर रात तक रेला लगा हुआ है। इसके साथ ही घर-घर कन्या पूजन और भोज कराने का भी दौर पंचमी तिथि से प्रारंभ हुआ है। जो नवमी तिथि तक चलेगा। घर-घर कन्याओं को दुर्गा के रूप में पूजकर उन्हें दक्षिण भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं।
कालीबाड़ी में तीन देवियां विराजीं
बंगाली कालीबाड़ी पूजा समिति ने इस बार 12 फीट ऊंची मां दुर्गा के साथ ही मां लक्ष्मी और मां सरस्वती की मूर्तियां विराजमान की है। पहले दिन डपुली की ध्वनि पर महाआरती कर पुष्पांजलि देकर माता से विराजने का आह्वान किया गया। कोलकाता के पुरोहितों को पूजन कराने के लिए बुलाया गया है। हर दिन खिचड़ी का भोग प्रसाद में वितरित किया जाएगा। यह भी पढ़ें
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लिली चौक दुर्गा मंदिर में भक्ति संगीत की धूम
पुरानी बस्ती के लिली चौक दुर्गा मंदिर मढ़ी में भक्ति संगीत की धूम है। समाजसेवी किशोर आहूजा ने बताया कि महंत सदगुरू अनंतपुरी गोस्वामी के आशीर्वाद व सानिध्य में दुर्गा पूजा उत्सव मनाया जा रहा है। 10 अक्टूबर को मां के दर्शन शाम 4.30 बजे व शाम 7 से 9 बजे तक तथा भक्ति संगीत व शाम 7 बजे से भंडारा प्रसादी वितरण किया जाएगा। 11 अक्टूबर को सुबह अष्टमी पर हवन होगा।शंका समाधान, महाअष्टमी का व्रत, पूजन कल
शंकराचार्य आश्रम के प्रमुख ज्योतिषी डॉ.इंदुभवानन्द महाराज ने बताया कि इस बार नवरात्र पर्व में अष्टमी और नवमी तिथि के घट-बढ़ की वजह से श्रद्धालुओं में कुछ शंकाएं हैं कि अष्टमी का व्रत पूजन कब करना चाहिए। चूंकि सप्तमी तिथि गुरुवार को सुबह समाप्त होकर 7.30 बजे से अष्टमी तिथि प्रारंभ हो जाएगी। जो दूसरे दिन शुक्रवार को प्रात: 6.52 बजे तक है। अत: अष्टमी का व्रत, माता का विशेष अभिषेक, पूर्णा शुक्रवार 11 अक्टूबर को करना शास्त्र समत है। इस दिन दुर्लभ संयोग है। शुक्रवार को अष्टमी तिथि एक घटी 38 पल अर्थात प्रात:6.52 बजे समाप्त होकर नवमी तिथि प्रारंभ हो रही है इसलिए निर्णय सिंधु, धर्म सिंधु के अनुसार अष्टमी युक्त नवमी है। 12 अक्टूबर शनिवार को विजयदशमी पर्व मनाया जाएगा ।