पुलिस के मुताबिक सोनडोंगरी अटल आवास में संजय जायसवाल अपनी पत्नी सोनू जायसवाल व बच्चों के साथ रहता था। करीब 3 माह से वह नागपुर में अपने चाचा के साथ रह रहा था। दूसरी ओर उसकी पत्नी कबीर नगर में ही अपने दो बच्चों के साथ रह रही थी। इस बीच उसका दोस्त मुस्तकीम खान 2 जुलाई को उसके घर मेहमान बनकर पहुंचा। घर में उसकी पत्नी सोनू और उसके दोनों बच्चे थे।
मुस्तकीम की संजय से दोस्ती थी। इस कारण उसके घर पहले भी आना-जाना था। मुस्तकीम रात में उन्हीं के घर रूका। खाना खाने के बाद सोनू के 8 साल और 4 साल के दोनों बच्चे सो गए। सोनू की भी नींद लग गई थी। इस बीच मुस्तकीम ने उसके मुंह में तकिया दबाकर उसे बेहोश कर दिया। इसके बाद हथौड़ी से उसके सिर व चेहरे पर कई वार किए। इससे उसकी मौत हो गई।
आरोपी रात भर वहीं रहा। इसके बाद सुबह दोनों बच्चों को कमरे के बाहर बैठा दिया। सोनू की लाश जिस कमरे में थी, उसमें बाहर से ताला लगा दिया। इसके बाद भाग निकला था। इसकी सूचना मिलने पर कबीर नगर हत्या का अपराध दर्ज किया। मुस्तकीम को 11 अगस्त को देहरादून के ऋषिकेश से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मुस्तकीम का दावा है कि उसने संजय और उसकी पत्नी सोनू को कुछ रकम उधार दिए थे, जिसे वे नहीं लौटा रहे थे। इस कारण उसने सोनू की हत्या की प्लानिंग की। पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है।