इस दौरान उक्त सभी की उपस्थिति में आवेदन लगाकर गिरफ्तारी और रिमांड पर देने अनुरोध किया जाएगा। इसकी स्वीकृति मिलने पर ईडी के विशेष न्यायाधीश की अनुमति से सभी की गिरफ्तारी और पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा। बचाव पक्ष ने इसका विरोध करते हुए कहा कि शराब घोटाले में ईडी और ईओडब्ल्यू में दर्ज प्रकरण का अपराध समान है।
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CG Liquor Scam: घटालेबाजों को नहीं मिली राहत
ईडी जेल में जाकर उनके पक्षकारों से पूछताछ कर सकती है। विशेष न्यायाधीश के अवकाश पर रहने के दौरान किसी अन्य न्यायालय को कार्रवाई करने के क्षेत्राधिकार नहीं है। ईओडब्ल्यू ने इसका विरोध करते हुए कहा कि जिला न्यायालय ने वरिष्ठ अपर सत्र न्यायाधीश को सुनवाई के लिए अधिकृत किया गया था। यह पूरी तरह से विधि सम्मत है। विशेष न्यायाधीश ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद गिरफ्तारी की अनुमति का आदेश जारी किया। इसी तरह (CG Liquor Scam) ईओडब्ल्यू ने कोयला घोटाले में जेल भेजे गए लक्ष्मीकांत तिवारी, संदीप नायक, शिवशंकर नाग और निखील चंद्राकर को गिरफ्तार करने प्रोडक्शन वारंट का आवेदन लगाया। उक्त सभी को जेल से 11 जून को कोर्ट में उपस्थिति दर्ज कराने पर गिरफ्तार किया जाएगा।
समीर और सूर्यकांत 2 दिन की रिमांड पर
ईओडब्ल्यू ने कोयला घोटाले में निलंबित आईएएस समीर विश्नोई और सूर्यकांत तिवारी को 2 दिन की रिमांड पर लिया है। इसकी अवधि पूरी होने पर 12 जून को पेश किया जाएगा। दोनों को 3 दिन की रिमांड पर लेने आवेदन लगाया था। साथ ही अदालत को बताया कि (CG Liquor Scam) पूछताछ में सहयोग नहीं किया जा रहा है। सवाल पूछे जाने पर जेल में लंबे समय तक रहने के कारण भूल जाने की बात दोहरा रहे है। इसे देखते हुए अब तक की जांच में मिले इनपुट के आधार पर साक्ष्य एकत्रित किया जाना है। वहीं बचाव पक्ष ने आरोप लगाया कि उनके पक्षकारों को परेशान करने के लिए रिमांड पर लिया जा रहा है। जबकि इस प्रकरण में पहले ही ईडी कई बार पूछताछ करने के बाद साक्ष्य और दस्तावेज जब्त कर ईओडब्ल्यू को सौंप चुकी है। दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने 2 दिन के रिमांड को मंजूर किया। इसी तरह महादेव सट्टा में नीतिश दीवान को प्रोडक्शन वारंट आवेदन पर अभियोजन और बचाव पक्ष की ओर से कोर्ट में दलील पेश की गई। दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद न्यायाधीश 11 जून को अपना फैसला सुनाएंगे।