CG Kisan Mela: उन्होंने कहा कि विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए किसानों का विकास अनिवार्य है। किसानों की समस्या, समाधान एवं उनकी आमदनी बढ़ाना छत्तीसगढ़ की वर्तमान सरकार की प्राथमिकता है। इस अवसर पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक अनुज शर्मा, गजेन्द्र यादव और इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
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CG Kisan Mela: हम हर वादा निभा रहे
मुख्यमंत्री ने कहा, छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार बनते ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर हमने 13 लाख किसानों को धान का बकाया बोनस की राशि 3716 करोड़ रुपए अंतरित कर दी। उन्होंने कहा, चालू खरीफ मौसम में अच्छी फसल को देखते हुए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए राज्य में बेहतर से बेहतर व्यवस्था की जाएगी। इस वर्ष 14 नवंबर से धान खरीदी का काम शुरू होगा। इस साल भी रेकॉर्ड धान खरीदी का अनुमान है। कृषि क्षेत्र में नवीन तकनीकों के विकास एवं इसे किसानों तक पहुंचाने की दिशा में भी इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय का महत्वपूर्ण योगदान है। एग्रीकल्चर की पढ़ाई की सुविधा अधिकाधिक युवकों को मिले और प्रदेश की खेती और संवर सकें, इसके लिए हम लगातार काम कर रहे हैं।
6 विद्यार्थियों को दिए ऑफर लेटर
कृषि मंत्री रामविचार नेताम बताया कि कृषि में स्वरोजगार के लिए उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ फसल चक्र परिवर्तन, कृषि उत्पाद की पैकेजिंग एवं मार्केटिंग के लिए विशेष प्रयास की आवश्यकता है। उद्घाटन कार्यक्रम में 6 किसानों को मसूर की नई किस्म के मिनी किट प्रदान किए गए। एग्री कार्निवाल में जॉब फेयर से चयनित 6 कृषि स्नातक विद्यार्थियों को भी विभिन्न कपनियों द्वारा ऑफर लेटर प्रदान किया गया। साथ ही विश्वविद्यालय की कॉफी टेबलबुक ‘‘अग्रसर’’ सहित अन्य कृषक उपयोगी प्रकाशनों का अतिथियों द्वारा विमोचन भी किया गया। कृषि स्टार्टअप के युवा उद्यमियों को अनुदान राशि का चेक भी प्रदान किया गया। बुधवार को कार्निवाल में प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगभग 4 हजार किसानों और करीब 1 हजार विद्यार्थियों ने प्रक्षेत्र भ्रमण और प्रदर्शनी द्वारा कृषि तकनीकों की जानकारी प्राप्त की।