किसी संस्था ने इसे डोनेट किया था। अस्पताल प्रबंधन ने दरियादिली दिखाते हुए महिला के पुत्र के खिलाफ एफआईआर नहीं कराई। दरअसल अपनी मां की मौत से उनका बेटा सदमे में आ गया था। इसलिए युवक के खिलाफ कोई शिकायत नहीं की गई।
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CG Hospital: अस्पताल प्रबंधन ने दिखाई दरियादिली
CG Hospital: अस्पताल प्रबंधन के अनुसार परिजन बेड नहीं होने का हवाला देकर एम्स प्रशासन पर गंभीर महिला का इलाज करने के बजाय भगाने का आरोप लगा रहे थे। जबकि शुरू से महिला का इलाज वहां चल रहा था। ऐसे में मरीज तत्काल आंबेडकर अस्पताल लेकर आए और बीती रात 11 से 12 के बीच महिला की मौत हो गई। मौत से गुस्साए महिला के पुत्र ने खूब हंगामा किया और महंगे मॉनीटर को तोड़ दिया। कैंसर विभाग के डॉ. राहुल युवक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के पक्ष में थे, लेकिन अस्पताल अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने इकलौते बेटे का हवाला देते हुए व महिला की मौत के कारण किसी तरह पुलिस में शिकायत करने से मना कर दिया। डॉ. सोनकर के अनुसार एम्स से मरीज भगाने या रिफर करने का यह नया मामला नहीं है। ऐसे रोज 15 से 20 केस आते हैं। वे किसी मरीज को नहीं भगाते, बल्कि बढ़िया इलाज कराते हैं।