इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम लगातार डेंगू से निपटने उदासीन बना हुआ है। डेंगू से बचाव के लिए न तो एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है और न ही डेंगू जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर दस्तक दे रही हैं।
आयुष्मान से नहीं हो रहा डेंगू का इलाज dengue cases in cg: डेंगू मरीज का अस्पताल में भर्ती होने के बाद आयुष्मान कार्ड से इलाज नहीं हो रहा है। इस कारण से गरीब मरीजों को सरकारी अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ रहा है। लेकिन वहां व्यवस्था देख वे वापस आकर निजी अस्पतालों में मजबूरी में इलाज कराना पड़ रहा है।
दो दर्जन से अधिक अस्पताल में भर्ती : रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में अभी दो दर्जन से अधिक मरीज भर्ती हैं। इसमें से कुछ पॉजिटिव भी हैं। वहीं, जिला अस्पताल में भी डेंगू का इलाज कराने के लिए हर दिन चार से पांच मरीज आ रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में राजधानी में केवल तीन मरीजों को ही डेंगू निकला है। बाकी को सरकारी अमला इसलिए डेंगू नहीं मान रहा है क्योंकि इनके ब्लड सैंपल का वायरोलॉजी लैब में एलाइजा टेस्ट नहीं हुआ है।
रायगढ़ : अब तक 524 Dengue Cases In Raigarh: रायगढ़ में डेंगू के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को 30 नए मरीजों की पहचान की गई है। वहीं गुरुवार को 35 मरीज मिले थे। अगस्त से लेकर अब तक मरीजों की संख्या 524 पहुंच गई है।
भिलाई : अब तक 214 Dengue Cases In Bhilai: दुर्ग जिले में शुक्रवार को डेंगू के 2 नए मरीज मिले। वर्तमान में 5 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। गुरुवार को रायपुर से राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. जितेंद्र सिंह और कीट विज्ञान शास्त्री डॉ. अंजुम विश्वास हालात का जायजा लेने भिलाई आए थे। जिले में अब तक डेंगू के 214 मरीज मिल चुके हैं। इनमें से भिलाई टाउनशिप के 158 मरीज शामिल हैं।
नगर निगम के सभी जोनों को जोन कमिश्नरों को वार्डों में मच्छरों से बचाव के लिए एंटी लार्वा और फॉगिंग कराने को कहा गया है। जहां साफ पानी जमा होता है, वहां विशेष रूप से अभियान चलाने को कहा गया है। – एके हलदर, उपायुक्त, नगर निगम रायपुर
Dengue Cases In Raigarh: मौसमी बीमारियों से बचाव और इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश सभी सीएमएचओ को जारी किए गए है। साथ ही सीएमएचओ को नगर निगम के सहयोग से एंटी लार्वा का छिड़काव कराने को कहा गया है। इसके अलावा स्वास्थ्य अमले की टीम बनाकर घर-घर जाकर लोगों की जांच करने के भी निर्देश दिए गए हैं। – डॉ. सुभाष मिश्रा, प्रवक्ता, स्वास्थ्य विभाग छत्तीसगढ़