अक्षय तृतीया के दिन शादियों के मुहूर्त में लगा ग्रहण ! सभी मांगलिक कार्यों पर लगा रोक, नहीं बजेगी शहनाई
खासकर रायपुर लोकसभा सीट के रायपुर शहर की बात करें तो यहां एक-दो विधानसभा के वार्डों में तो कोई रौनक ही नजर नहीं आ रही है कि लोकसभा का चुनाव हो रहा है। लोगों में भी अब चर्चा होने लगी है कि लगता नहीं कि लोकसभा चुनाव हो रहा है। इससे ज्यादा माहौल तो विधानसभा चुनाव में दिखा था। लगता है कि प्रत्याशियों के साथ-साथ पार्टी कार्यकर्ताओं को भी मालूम हैं कौन जीत रहा है और कौन हार रहा है। इसलिए हो सकता है दोनों की ही पार्टी के कार्यकर्ता शांत बैठ हुए हैं।
रैली न नुक्कड़ सभा, झंडे-बैनर भी कम
राजधानी रायपुर में कहने को तो 70 वार्ड हैं, लेकिन अधिकांश वार्डों में दोनों ही पार्टियों के चुनाव प्रचार के लिए न तो झंडे, बैनर और पोस्टर लगे हुए और न ही वहां के पार्षदों द्वारा अपने-अपने प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करने के लिए रैली और नुक्कड़ सभा करते नजर आते हैं।
रायपुर लोकसभा सीट पर एक नजर
2342827 कुल मतदाता 47616 मतदाता 18 से 19 वर्ष के 482744 मतदाता 20 से 29 वर्ष के 730566 मतदाता 30 से 39 वर्ष के 481944 मतदाता 40 से 49 वर्ष केविवाहित महिला कर बैठी लड़की से प्यार, चार साल चला गंदा काम, एक दिन पति ने…
सोशल मीडिया से साध रहे शहरी वोटरों को
दोनों ही पार्टी के नेताओं का कहना है कि रायपुर चूंकि शहरी क्षेत्र हैं। शहरी वोटरों को सोशल मीडिया पर साधा जा रहा है। क्योंकि शहरी वोटरों खासकर युवाओं के पास मोबाइल रहते हैं और मोबाइल के जरिए ही चुनावी माहौल की जानकारी लेते रहते हैं। वहीं बस्ती क्षेत्रों के वोटरों को साधने के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं की टीम लगाई गई है। हालांकि अभी मतदान में सात दिन बाकी है। इसलिए एक-दो दिन में प्रत्याशी खुद सघन दौरा कर शहरी वोटरों को भी साधेंगे।