रायपुर

CG Education: करोड़ों का किताब घोटाला: बच्चों के किताबें जा रहें रद्दी में, विकास उपाध्याय बोले, ये शिक्षा का है अपमान

CG Education: रायपुर जिले में स्कूली बच्चों को नि:शुल्क दिए जाने वाली पाठ्य पुस्तकें राजधानी में रद्दी में मिली है। इसका खुलासा रविवार को कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने किया है। उनका आरोप है कि नि:शुल्क किताब वितरण के नाम पर करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है।

रायपुरSep 16, 2024 / 09:26 am

Shradha Jaiswal

CG Education: छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में स्कूली बच्चों को नि:शुल्क दिए जाने वाली पाठ्य पुस्तकें राजधानी में रद्दी में मिली है। खास बात यह है कि इनमें से अधिकांश किताबों को शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए तैयार किया गया था। इसका खुलासा रविवार को कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने किया है। उनका आरोप है कि नि:शुल्क किताब वितरण के नाम पर करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने इस पूरे मामले में जांच की मांग की है।
यह भी पढ़ें

CG Education: यूनिवर्सिटी-कॉलेजों को अब NAAC नहीं देगा ग्रेडिंग, लागु होगी ये नई नीति

CG Education: बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़

CG Education: सूचना के आधार पर पूर्व विधायक उपाध्याय सिलियारी स्थित एक पेपर मिल गए। वहां देखा कि पाठ्य पुस्तक निगम की ओर से सरकारी स्कूलों में वितरित की जाने वाली किताबें बड़ी संख्य में डंप थी। जब उन्होंने कुछ किताबों को देखा तो इन किताबों पर वर्ष 2024-25 लिखा था। किताबों का जखीरा पकड़ने के बाद उन्होंने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में भी जारी किया। उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट से इस छापेमारी की कार्रवाई को लाइव किया है। उनका कहना है कि यह सीधे-सीधे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ का मामला है।

किताबों को बेच दिया है कबाड़ में

उनका आरोप है कि सरकार ने नि:शुल्क दी जाने वाली किताबों को कबाड़ में बेच दिया है। बता दें कि राज्य सरकार हर साल पहली से आठवीं तक के बच्चों को नि:शुल्क पाठ्यपुस्तक देती है। इन पुस्तकों को राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की ओर से तैयार किया जाता है। इसके बाद पाठ्यपुस्तक निगम के जरिए इन किताबों की छपाई होती है।

Hindi News / Raipur / CG Education: करोड़ों का किताब घोटाला: बच्चों के किताबें जा रहें रद्दी में, विकास उपाध्याय बोले, ये शिक्षा का है अपमान

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.