Pushya Nakshatra 2024: शंकराचार्य आश्रम के ज्योतिषाचार्य डॉ. इंदुभवानंद महाराज के अनुसार ऐसा संयोग बार-बार नहीं बनता है। जैसे कि सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत योग शुभता को चार चांद लगाते हैं। ऐसे संयोग और मुहूर्त में नई वस्तुएं, सोना-चांदी, हीरा जैसी बहुमूल्य चीजें या जमीन, मकान प्रापर्टी अत्यंत फलदायी मानी गई है। यानी कि शुभ मुहूर्त और संयोग में खरीदारी से लेकर कोई नया व्यापार-व्यवसाय प्रारंभ करना मंगलकारी होगा।
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Pushya Nakshatra 2024: द्वादशी-त्रयोदशी की युति में धनतेरस का योग
ज्योतिषाचार्य इंदुभवानंद महाराज का कहना है कि कार्तिक कृष्ण की द्वादशी-त्रयोदशी की युति में धनतेरस का संयोग बन रहा है। इस दिन सुबह 9.20 से 10.50 बजे तक चर योग है। उत्तम लाभ 10.50 से 12.20 तक। अमृत 12.20 से 1.50 बजे तक फिर लाभ का मुहूर्त 3.20 बजे से 4.50 तक है। रात में 8.30 से 9 के बीच में लाभ चौघड़िया है और 10.30 बजे से रात 12 बजे के बीच बहुत उत्तम शुभ और अमृत दोनों शुभ मुहूर्त बन रहे हैं। यानी कि सुबह से लेकर देर रात तक खरीदारी के लिए सर्वश्रेष्ठ रहेगा।अष्टमी तिथि, गुरु पुष्य नक्षत्र का चौघड़िया
चर: सुबह 11.50 से 12.20 बजे तक उत्तम योग -वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स, बर्तन सामग्री लाभ: 12:20 से 1:50 तक -सोने-चांदी, हीरा-मोती की ज्वेलरी, वाहन, मकान, जमीन। अमृत : दोपहर 1.50 बजे से 3.20 बजे तक उत्तम योग लाभ : शाम 4.50 बजे से लेकर 6.20 तक -जमीन, मकान की बुकिंग, जेवरात सहित सभी तरह की मूल्यावान चीजें।