CG By Election: इस बार उपचुनाव का मुकाबला काफी दिलचस्प होगा
इस उपचुनाव के नतीजे 23 नवम्बर को आएंगे। कांग्रेस प्रत्याशी आकाश शर्मा वर्तमान में युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं। वे वर्ष 2014 से 2020 तक एनएसयूआई
छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष रहे और 2018 में एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव भी बने थे।
वे छत्तीसगढ़ प्रदेश के पहले व्यक्ति हैं जो एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई रायपुर से की है। (CG By Election) शर्मा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी माने जाते हैं। उनकी यूथ में पकड़ मजबूत है।
वहीं भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी अनुभवी जनप्रतिनिधि हैं। वे महापौर और सांसद भी रह चुके हैं। ऐसे में इस बार उपचुनाव का मुकाबला काफी दिलचस्प हो सकता है। बता दें कि भाजपा के कद्दवर नेता व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने लोकसभा का चुनाव लड़ा था। इसके बाद उन्होंने मंत्री और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।
दूसरी बार युवा कांग्रेस अध्यक्ष को मौका
बताया जाता है कि रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट में कांग्रेस ने दूसरी बार युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को प्रत्याशी बनाया है। आकाश शर्मा से पहले वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने योगेश तिवारी को टिकट दिया गया था। वे बृजमोहन अग्रवाल से चुनाव हार गए थे। तिवारी पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के समर्थक माने जाते थे।
सोनी आज जमा करेंगे नामांकन
CG By Election: भाजपा प्रत्याशी बुधवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। इसके बाद वे 25 को शक्ति प्रदर्शन करते हुए नामांकन का दूसरा सेट जमा करने जाएंगे। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस में टिकट वितरण में देरी होने की वजह से पूर्व महापौर प्रमोद दुबे और कन्हैया अग्रवाल ने भी नामांकन फार्म खरीदा है। माना जा रहा है कि प्रत्याशी की घोषणा के बाद अब वे अपना नामांकन जमा नहीं करेंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि
रायपुर दक्षिण विधानसभा लगातार भाजपा पार्टी का रहा है। यहां से बृजमोहन अग्रवाल लगातर विधायक रहे हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में वे 65 हजार से ज्यादा मतों से जीते हैं। अब उपचुनाव में पूर्व सांसद सुनील सोनी वहां से जीतेंगे।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष, दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेस का प्रत्याशी आकाश शर्मा युवा है, उनके साथ व्यापक जनसमर्थन है। (CG By Election) वे जुझारू हैं। इसके विपरीत भाजपा प्रत्याशी पर सांसद रहते हुए निष्क्रियता का तमगा लगा हुआ है। कांग्रेस ने उनके मुकाबले सक्रिय युवा को मौका दिया है।