पुलिस के मुताबिक उत्तरप्रदेश की कंस्ट्रक्शन कंपनी रावत एसोसिएट्स के एडमिन मैनेजर अजय कुमार की आचार्य प्रमोद कृष्णन के माध्यम से उनकी मुलाकात केके श्रीवास्तव (CG big fraud) से हुई थी। इसके बाद होटल क्लार्क-इन में कंपनी के मालिक अर्जुन रावत से उनकी मुलाकात हुई।
इस दौरान उन्होंने खुद को छत्तीसगढ़ का बड़ा राजनेता बताया और उनको कारोबार में मदद करने का आश्वासन दिया। इसके बाद कंपनी के मालिक अर्जुन को उन्होंने बताया कि नवा रायपुर में पूर्व मंत्री के भाई ने 500 करोड़ का ठेका लिया है।
इसे पेटी ठेके में देना है। इस प्रोजेक्ट को लेने के लिए 15 करोड़ परफार्मेंस सिक्योरिटी और गारंटी मनी के रूप में जमा करना पड़ेगा। इसके बाद केके श्रीवास्तव ने प्रोजेक्ट के दस्तावेज भी दिखाएं, जिससे उन्हें यकीन हो गया।
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इसके बाद रावत ने केके के बताए अलग-अलग अकाउंट नंबरों में कुल 15 करोड़ रुपए जमा करवा दिए। इसके बाद भी उन्हें काम नहीं मिला। उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे, तो केके रकम के बदले दूसरी जमीन दिलाने का आश्वासन दिया। स्थिति ये हो गई कि न काम मिला और न ही जमीन। (CG big fraud) इसके बाद रावत ने पैसों की मांग की, तो केके ने एक राजनेता से मिलवाया। उन्होंने भी काम हो जाने का आश्वासन दिया। इस दौरान केके ने ठेका नहीं मिलने पर 17 सितंबर 2023 तक पैसे लौटा देने का वादा किया, लेकिन यहां भी मायूसी ही हाथ लगी। इसके बाद उन्होंने थाने में शिकायत करने की चेतावनी दी तो उन्होंने कंचन श्रीवास्तव के अकाउंट से विभिन्न खातों में 3 करोड़ 40 लाख रुपए वापस लौटाया और तीन-तीन करोड़ रुपए के 3 चेक दिए। बाद में तीनों चेक बैंक मेंबाउंस हो गए।
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