भूपेश बघेल ने किया ऐलान, छत्तीसगढ़ में बढ़ेगा अनुसूचित जाति का आरक्षण
दूसरा सबसे साफ़ शहर है अंबिकापुर
अंबिकापुर, जिसे इंदौर के बाद दूसरे सबसे स्वच्छ शहर के रूप में जाना जाता है, यहां पर प्लास्टिक की चीजों को दोबारा इस्तेमाल करने के लिए सडक़ निर्माण में भी प्लास्टिक का सामान इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है। अंबिकापुर में पहले से ही प्लास्टिक और डामर से बनी सडक़ है।अंबिकापुर में कचरा कैफे बस स्टैंड में संचालित होगा। नगर निगम ने गारबेज कैफे के लिए 5 लाख का बजट प्रदान किया है। जिसमें प्लास्टिक कचरा इकट्ठा करने वालों को फ्री में खाना और बेघरों को आश्रय देने की योजना हैं।क्या आपने देखी है कभी लाल रंग की भिंडी, छत्तीसगढ़ छात्र कर रहे उत्पादन
अंबिकापुर में है प्लास्टिक से बनी सडक़
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में राज्य ही पहली ऐसी सडक़ मौजूद है जो प्लास्टिक और डामर से बनाई गई है। इस सडक़ को बनाने में 8 लाख प्लास्टिक की थैलियों के साथ डामर का इस्तेमाल किया गया है। यह सडक़ काफी टिकाऊ है क्योंकि इस सडक़ में पानी नहीं रूकता।महापौर अजय तिर्की ने बताया कि निगम ने पहले ही यहां पर प्लास्टिक कैरी बैग का इस्तेमाल प्रतिबंधित कर दिया है। अब इसे गारबेज कैफे योजना से जोडकऱ इसका सख्ती से पालन किया जाएगा। इसके साथ ही इस योजना से गरीबों को भरपेट भोजन और बेघरों को आश्रय भी मिलेगा।सांवले रंग की पत्नी मायके से नहीं ले आई दो लाख तो पति ने कर ली दूसरी शादी
मध्यप्रदेश के इस शहर का नगर निगम भी दे रहा है ऐसा ही ऑफर
मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा नगर निगम के अधिकारियों ने ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को बढ़ावा देने के लिए ‘कचरा लाओ मुफ्त में भोजन पाओ’ योजना की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री के गृहनगर में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए इस पहल की सराहना की जा रही है। नगर निगम के निवासी अगर सड़कों पर बिखरे कूड़े को प्लास्टिक के थैलों में भरकर नगर निगम के पास लाएंगे तो बदले में उन्हें फूड कूपन दिए जाएंगे। इसे दिखाकर लोग निगम द्वारा चलाई जा रही रसोई में मुफ्त भोजन कर सकते हैं।