यह कदम रेलवे बोर्ड से मिले ड्रोन हमले के मद्देनजर जारी एडवाइजरी आदेश के बाद उठाया गया है। संबंधित पोस्ट प्रभारियों और ट्रेन में चलने वाली गश्त टीम को भी अलर्ट करने की बात कही गई है। आरपीएफ के साथ ही स्टेशन परिसर में वाहनों की व्यवस्थित आवाजाही को लेकर रेलवे शासकीय पुलिस के अफसर भी मैदान में उतरे। इस दौरान प्लेटफार्म के अंदर और बाहर चेकिंग की गई, जिसमें डीसपी रीतेश श्रीवास्तव, थाना प्रभारी आरके बोर्झा, आरपीएफ पोस्ट प्रभारी दिवाकर मिश्रा, स्टेशन डायरेक्टर बीवीटी राव, कामर्शियल इंस्पेक्टर एचएन मिश्रा तथा स्टेशन सेक्शन की इंजीनिरिंग टीम के अफस मौजूद थे।
ऑटो और कार के लिए बनेगी अलग-अलग लेन
स्टेशन प्रबंधन और रेलवे सुरक्षा अधिकारियों ने यह तय किया है कि अब स्टेशन परिसर में वाहनों की आवाजाही मनमानी तरीके से नहीं चलेगी। स्टेशन चौक वाले रास्ते और रेलवे टिकट आरक्षण केंद्र के सामने कार के लिए अलग और ऑटोवालों के लिए अलग लेन बनाने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही लंबे समय से कार पार्र्किंग में गाड़ी रखने वालों पर भी शिकंजा कसाना तय किया है। कार और ऑटो से यात्रियों को लेकर आने वाले वाहनों को स्टेशन के सामने छोड़कर वाहनों को रवाना कर दिया जाएगा। यह व्यवस्था बनाने में तीन प्वाइंट पर जवानों की अलग-अलग ड्यूटी लगाना तय किया गया है।
स्टेशन प्रबंधन और रेलवे सुरक्षा अधिकारियों ने यह तय किया है कि अब स्टेशन परिसर में वाहनों की आवाजाही मनमानी तरीके से नहीं चलेगी। स्टेशन चौक वाले रास्ते और रेलवे टिकट आरक्षण केंद्र के सामने कार के लिए अलग और ऑटोवालों के लिए अलग लेन बनाने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही लंबे समय से कार पार्र्किंग में गाड़ी रखने वालों पर भी शिकंजा कसाना तय किया है। कार और ऑटो से यात्रियों को लेकर आने वाले वाहनों को स्टेशन के सामने छोड़कर वाहनों को रवाना कर दिया जाएगा। यह व्यवस्था बनाने में तीन प्वाइंट पर जवानों की अलग-अलग ड्यूटी लगाना तय किया गया है।
कार स्केनर जैसा सिस्टम फाइलों में ही
रायपुर मॉडल स्टेशन में रोजाना 40 से 50 हजार यात्रियों की संख्या बढ़ी है। लेकिन मुख्य गेट के सामने कार पार्र्किंग में लाइन से खड़ी होने वाली कारों की जांच के लिए रेलवे के पास कोई सिस्टम नहीं है। जबकि पिछले दो सालों से यात्रियों की सुरक्षा का हवाला देकर कार स्केनर मशीन का उपयोग किए जाने के प्लान की ही बातें चल रही हैं। सुरक्षा जवानों के हाथ में मशीन अभी तक नहीं मिल पाई है।
रायपुर मॉडल स्टेशन में रोजाना 40 से 50 हजार यात्रियों की संख्या बढ़ी है। लेकिन मुख्य गेट के सामने कार पार्र्किंग में लाइन से खड़ी होने वाली कारों की जांच के लिए रेलवे के पास कोई सिस्टम नहीं है। जबकि पिछले दो सालों से यात्रियों की सुरक्षा का हवाला देकर कार स्केनर मशीन का उपयोग किए जाने के प्लान की ही बातें चल रही हैं। सुरक्षा जवानों के हाथ में मशीन अभी तक नहीं मिल पाई है।
रेलवे बोर्ड के एडवाइजरी पत्र के मद्देनजर चौकसी पर पैनी नजर रखी जा रही है। डॉग स्क्वाड से जांच कराने के साथ ही गश्ती दल को अलर्ट किया गया है।
दिवाकर मिश्रा, पोस्ट प्रभारी, आरपीएफ
दिवाकर मिश्रा, पोस्ट प्रभारी, आरपीएफ
स्टेशन परिसर में सुरक्षा के ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। कार और ऑटो आने-जाने की अलग-अलग लेन तय की जाएगी। अफसरों के साथ संयुक्त रूप से प्लेटफार्म और परिसर की जांच की गई।
आरके बोर्झा, थाना प्रभारी जीआरपी
आरके बोर्झा, थाना प्रभारी जीआरपी
Click & Read More Chhattisgarh News.