उन्होंने कलेक्टर (rajnandgaon Collector) को नसीहत देते हुए कहा है कि यदि वे राजनीति करना चाहते हैं, तो किसी भी दल से चुनाव लड़ कर जनप्रतिनिधि बना जाए। यदि प्रशासनिक अधिकारी के रूप में काम करना है तो, दलगत राजनीति से ऊपर उठे।
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पांडेय ने आरोप लगाते हुए कहा, अधिकारी और कर्मचारी यह जताने में लगे हैं कि कौन कितना वफादार है।सांसद पाण्डेय ने भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में पत्रकारवार्ता के दौरान कहा, जनप्रतिनिधि किसी भी दल का हो वो सबका होता है। यह पक्षपात किया जा रहा है, जो निंदनीय है।
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यही नहीं पांडेय ने कलेक्टर को मोहम्मद तुगलक की तरह फरमान जारी करने वाला है। और कहा यदि कलेक्टर ने अपना आदेश नहीं बदला तो भाजपा अपना अगला कदम उठाएगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि शासन-प्रशासन के द्वारा सरपंचों और सचिवों को धमकाया जा रहा है, जो सही नहीं है।
छत्तीसगढ़ के राजनीतिक इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि योग दिवस के दौरान भी वहां के प्रशासन ने प्रोटोकॉल की अनदेखी की थी। प्रोटोकॉल में सांसद आगे होता है, लेकिन योग दिवस के कार्यक्रम में विधायक का नाम कार्ड में सबसे आगे छपा था।