रायपुर

पूर्व मंत्री की पत्नी की भवन पर कब्जे में बड़ा खुलासा, करोड़ों की जमीन को कम कीमत में बेचा… जांच जारी

CG News : शताब्दी नगर में पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया की पत्नी शकुन डहरिया की संस्था राजश्री सद्भावना समिति के करोड़ों रुपए के भवन और सरकारी जमीन वाले कब्जे के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।

रायपुरMar 08, 2024 / 02:39 pm

Kanakdurga jha

Chhattisgarh News : शताब्दी नगर में पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया की पत्नी शकुन डहरिया की संस्था राजश्री सद्भावना समिति के करोड़ों रुपए के भवन और सरकारी जमीन वाले कब्जे के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पत्रिका को मिले दस्तावेजों से बात सामने आई है कि सोसायटी के अध्यक्ष ने करोड़ों की जमीन कौड़ियों के मोल पूर्व मंत्री की पत्नी की संस्था को बेच दी है।
चौंकाने वाली बता यह है कि उक्त भूखंड का बाजार मूल्य तकरीबन सवा करोड़ आंका गया है। जमीन की रजिस्ट्री कराने वाले अध्यक्ष सीएस ठाकुर ने लिखा है कि जमीन की उचित कीमत मिली इसलिए बेचा। इस खरीदी बिक्री में कलेक्टर गाडलइन का भी पालन नहीं किया गया। अब यह पूरा मामला इनकम टैक्स चोरी के जांच के दायरे में आ रहा है।
पंजीयन ऑफिस के दस्तावेजों के अनुसार केंद्रीय कर्मचारी गृह निर्माण समिति मर्यादित के अध्यक्ष ने 24 मार्च साल 2022 को शताब्दी नगर जैसी पॉश कालोनी के बीच की 4 हजार वर्ग फीट जमीन को महज चार लाख रुपए में पूर्व मंत्री की पत्नी शकुन डहरिया की संस्था राजश्री सद्भावना समिति को बेच दिया। इसके लिए 3 लाख 65 हजार रुपए स्टांप ड्यूटी तो पटाई गई लेकिन कलेक्टर गाइडलाइन को दरकिनार कर दिया गया।
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अध्यक्ष ने खुद ही ले लिया निर्णय

समिति की जमीन बेचने के सवाल, विज्ञापन प्रकाशन, दावा आपत्ति नहीं की गई। केंद्रीय कर्मचारी गृह निर्माण समिति के उपाध्यक्ष सुरेश कुमार शर्मा, संचालक सदस्य केके तिवारी का कहना है कि समिति की जमीन बेचे जाने के किसी भी प्रस्ताव के बारे में उन्हें अध्यक्षने नहीं बताया।
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कलेक्टर गाइडलाइन दरकिनार

जमीन के सौदों में कलेक्टर गाइड लाइन दर को दरकिनार नहीं किया जा सकता है। इस पूरे में मामले में सीमित के पदाधिकारियों की भूमिका अहम है। बड़ा सवाल यह है की आखिर ऐसा क्या कारण था की लगभग सवा करोड़ रुपए की जमीन चार लाख में बेच दी गई। रजिस्ट्री के एक दिन पहले 23 मार्च को ही अध्यक्ष ने सर्वसम्मति से जमीन संस्था को आबंटित करने का पत्र भी जारी किया है।

जिस जमीन को केंद्रीय कर्मचारी गृह निर्माण समिति के अध्यक्ष सीएस ठाकुर ने 4 लाख रुपए में राजश्री सद्भावना समिति को बेचा, उसकी कलेक्टर गाइड लाइन कीमत 18 सौ 22 रुपए है। यानी 4 हजार रुपए प्रति वर्ग फीट है। इस तरह सरकारी रेट में यह जमीन 72 लाख 88 हजार रुपए है। हालांकि इसकी बाजार की कीमत लगभग सवा करोड़ रुपए है। नियमानुसार बेचने और खरीदने वालों को 72 लाख रुपए के हिसाब से टैक्स भी पटाना था लेकिन ऐसा नहीं किया गया और अब यह मामला इनकम टैक्स की जांच के दायरे में भी आ गया।

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