इसकी जांच करने के लिए टीम को कोलकाता भेजा गया है। साथ ही श्रीलंका में चल रहे सट्टे के खेल का ब्योरा केंद्रीय गृह विभाग को भेजा गया है। वहीं अर्जुन और उसके परिजनों के नाम चल-अचल संपत्तियों के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। महादेव बुक खिलवाने वालों से दुर्ग जिला पुलिस बल के आरक्षक अर्जुन यादव और उसके आरक्षक भाई भीम सिंह को प्रोटेक्शन मनी वसूलने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया है। इस प्रकरण की जांच के दौरान इनपुट मिलने पर ईओडब्ल्यू ने 9 मई को मध्यप्रदेश के पचमढ़ी से अर्जुन को गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया है।
मोबाइल ने उगला राज
ईओडब्ल्यू को अर्जुन यादव के वाट्सऐप में आरटीजीएस और फर्जी अकांउट मिले है। इसके जरिए रकम का ट्रांजेक्शन किया जाता था। इस खेल से जुडे़ पैनल ऑपरेटर रकम जमा कराते थे। इसके लिए 200 बैंक खातों का संचालन किया जाने के जानकारी मिली है। इसके संबंध में पूछताछ करने पर अर्जुन यादव ने 20 से ज़्यादा महादेव एप पैनल का संचालन करना स्वीकार किया है। इनमें से 4 श्रीलंका और 1 कोलकाता में चल रहा है।