मुख्यमंत्री भूपेश का मानना है कि सोनाखान का यह इलाका अमर शहीद वीरनारायण सिंह से जुड़ा हुआ है, ऐसे में यहां खनन की अनुमति देने में क्षेत्रीय भावनाओं का ख्याल भी रखना होगा। उन्होंने कहा 1857 के अमर शहीद वीरनारायण सिंह की स्मृतियां हमारी अनमोल धरोहर हैं। उनकी जन्मभूमि और कर्मभूमि पर खनन की अनुमति देना चिंताजनक था। सरकार इस बात की समीक्षा करेगी कि किन परिस्थितियों में अमर शहीद की माटी की खुदाई का निर्णय लिया गया। खनिज साधन विभाग के मुताबिक इस क्षेत्र में 2700 किलोग्राम सोने का भंडार है। केंद्र सरकार ने 26 फरवरी 2016 को इस स्वर्ण ब्लॉक की नीलामी की थी। 12.55 प्रतिशत की उच्चतम बोली लगाकर वेदांता समूह ने इसकी खनन लीज हासिल की थी। इस सौदे से राज्य सरकार को 106 करोड़ रुपए मिलने वाले थे।