इस तरह के मामले पहले भी हुए हैं। पुलिस इसे एटीएम क्लोनिंग का मामला मानते हुए जांच कर रही है। पुलिस लालपुर स्थित एटीएम बूथ के सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है।
ठगी करने वाले बैंक ग्राहक के एटीएम कार्ड से जुड़ी पूरी जानकारी हासिल करते हैं। इसके बाद वही जानकारी वाली दूसरा कार्ड तैयार करते हैं। डेटा चोरी के लिए ठग कई तरीके अपनाते हैं।
एटीएम क्लोनिंग करने वाले एटीएम कार्डधारकों की जानकारी चुराने के लिए अक्सर स्कीमर का उपयोग करते हैं। स्कीमर एक मैग्नेटिक स्ट्रीप होती है, जिसे एटीएम मशीन या स्वाइप मशीन में लगा देते हैं। इससे एटीएम मशीन या स्वाइप मशीन में जितने भी एटीएम कार्ड का उपयोग होता है, उनकी पूरी जानकारी कॉपी होकर स्कीमर में सेव हो जाती है। बाद में ठग स्कीमर को निकाल लेते हैं। इसके बाद जिन एटीएम कार्डों की जानकारी स्कीमर में लोड रहती है, उनके आधार पर डुप्लीकेट एटीएम कार्ड बनाकर उनसे संबंधित बैंक खातों से राशि निकाल लेते हैं।
रायपुर में एटीएम बूथों में स्कीमर लगाकर बैंक खातों में सेंध लगाने वाले गिरोह का खुलासा हो चुका है। मामले में पुलिस ने उत्तरप्रदेश के तीन युवकों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों के पास बड़ी संख्या में एटीएम कार्डधारकों की जानकारी, स्कीमर व अन्य इलेक्ट्रानिक सामान मिले थे।
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