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चुनाव होने जा रहा है। इसमें भाग न ले सकूं इसलिए यह सब किए हैं। गिरफ्तार कर कोर्ट लाए जाने के पहले ईडी दफ्तर में पूछताछ के लिए पहुंचे कवासी ने कहा कि कानून के हिसाब से पूछताछ करने बुलाने पर एक नहीं 25 बार उपस्थिति दर्ज कराएंगे। बता दें कि बुधवार को ईडी कार्यालय में कवासी और उनके पुत्र हरीश से ईडी के अफसरों ने 8 घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान संतोषप्रद जवाब नहीं देने पर कवासी को गिरफ्तार किया गया।
कांग्रेस नेताओं का जमावड़ा
पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को पेश किए जाने के दौरान कोर्ट परिसर में कांग्रेस नेता गिरीश देवांगन, प्रमोद दुबे सहित आधा दर्जन लोग उपस्थित थे। किसी भी तरह के हंगामे को देखते हुए बड़ी संख्या में फोर्स को तैनात किया गया था। रायपुर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, आदिवासी नेता कवासी लखमा की गिरफ्तारी राजनीतिक साजिश है। सर्वविदित है कि अब देश में सीबीआई, आईटी, ईडी कार्रवाई क्यों करती है? जब-जब भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा करना होता है जहां भी छोटा, बड़ा चुनाव हो वहां विपक्षी दलों के नेताओं को बदनाम करने के लिए ईडी कार्रवाई करती है। छत्तीसगढ़ में पंचायत और नगरीय निकाय के चुनाव है। ऐसे में ईडी भाजपा के इशारे में काम कर रही है। भाजपा चुनाव को टालने में लगी हुई है। चुनाव कराना भाजपा की मजबूरी है, तो अब विपक्ष को टारगेट करने की कोशिश की जा रही है। कवासी लखमा की गिरफ्तारी ईडी ने भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा करने के लिए की है।
शराब घोटाला का पूरा मामला यह है
वर्ष 2019 से वर्ष 2022 के बीच बड़े पैमाने पर शराब घोटाला होने के आरोपों की ईडी के साथ ईओडब्लू जांच कर रही है। आरोप है कि राज्य में डिस्टलरीज से सांठ-गांठ कर बड़े पैमाने पर नकली होलोग्राम लगाकर शराब की आपूर्ति की गई।