केस ख़त्म करने के आदेश के बाद आपत्तियों पर सुनवाई
मुख्यमंत्री कार्यालय को इस प्रकरण की फ़ाइल उपलब्ध न कराने के सम्बन्ध में एसीबी (Officer of Anti Corruption Bureau ) के अधिकारियों का कहना है कि गुरूवार को केस डायरी न्यायालय में प्रस्तुत की जाएगी उसके बाद सीएम सचिवालय को भेजी जा सकती है ।लेकिन जब उनसे यह पूछा गया कि क्या सीएम कार्यालय (CM Office Chhattisgarh) को इस तथ्य से अवगत कराया गया है कोई जवाब नहीं मिला।
सीज किये हुए खाते खोलने का आदेश
एसीबी (Anti Corruption Bureau ) ने अपनी विवेचना में कहा है कि दिनेश दुबे के यहाँ छापेमारी के दौरान किसी किस्म की जब्ती नहीं की गई थी। एसीबी (Anti Corruption Bureau Bilaspur) बिलासपुर के डीएसपी अजितेश कुमार सिंह ने न्यायालय को कहा है कि इस मामले में कोई संपत्ति जब नहीं की गई है। मात्र अभियुक्त एवं उनके द्वारा चलाये गए खाते का संचालन रोका गया है।
इस प्रकरण में दो अहम सवाल सामने हैं
1 – एसीबी के डीजी वी के सिंह ने केस के खात्मे की फाइल आईजी व अन्य अफसरों के बजाए सीधे एसीबी के बिलासपुर पदस्थ डीएसपी को फ़ाइल क्यों भेज दी।
2- जिस डीएसपी ने इस मामले में छापेमारी कर पांच करोड़ की संपत्ति मिलने की बात कही थी उसी ने दिनेश के दोषमुक्त होने की रिपोर्ट कैसे प्रस्तुत कर दी ?