मुंबई-पुणे-गोवा का लिंक नहीं खोल रहे
रायपुर पुलिस ने मिन्हाज और अभिषेक को दो दिन की रिमांड पर लिया है। दोनों से पुलिस की टीमें लगातार पूछताछ कर रही है, लेकिन दोनों ज्यादा कुछ नहीं बता रहे हैं। मुंबई, पुणे और गोवा के अपने लिंक के बारे में पुलिस को कुछ भी नहीं बता रहे हैं। पूरा माल वहीं से भेजा जा रहा था। फिलहाल पुलिस पूछताछ कर रही है। बिलासपुर पुलिस ने भी कई बिंदुओं में पूछताछ की।
नेताओं में हड़कंप
श्रेयांश और विकास के गिरफ्तार होने के बाद एक विधायक काफी सक्रिय थे। उसने कुछ पुलिस अधिकारियों से संपर्क करके आरोपियों को छोडऩे कहा था, लेकिन बाद में बड़ा गिरोह उजागर होने के बाद विधायक ने पुलिस अफसरों से संपर्क करना बंद कर दिया। इसी तरह कुछ और रसूखदारों ने पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश की थी। इसमें राजधानी के कुछ होटल कारोबारी भी शामिल थे।
आधा दर्जन गिरफ्तारी और होगी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मामले में बिलासपुर और भिलाई के नेटवर्क को खंगाला जा रहा है। इसके साथ ही रायपुर से जुड़े आधा दर्जन संदिग्ध और मिले हैं, जिनका संबंध ड्रग पैडलर्स से हैं। पुलिस उनकी तलाश में लगी है।
मंबई,पुणे व गोवा से रायपुर में ड्रग्स कल्चर
रायपुर में ड्रग्स कल्चर फैलाने के पीछे ऐसे लोगों का हाथ है, जो पढ़ाई, बिजनेस या मौज-मस्ती के लिए मुंबई, पुणे या गोवा गए थे। वहां रहने के दौरान नाइट क्लब या बड़ी पार्टियों में शामिल होने के बाद उन्हें भी कोकीन, ब्राउन शुगर या अन्य महंगे मादक पदार्थों की लत लगी।
ऐसे हुई शुरुआत
पुलिस के मुताबिक श्रेयांश झाबक और विकास बंछोर स्कूल के दिनों से दोस्त हैं। इसके बाद श्रेयांश मुंबई चला गया और वहां नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़ गया। वहां उसे कोकीन का चस्का लग गया। बाद में जब भी वह रायपुर आता था, अपने साथ कोकीन लेकर आता था और विकास को देता था। करीब 5 साल पहले वह पूरी तरह से रायपुर शिफ्ट हो गया। इस दौरान विकास ने डीजे का काम शुरू कर दिया था और बड़े होटलों और क्लबों में डीजे लगाता था। इसकी आड़ में दोनों ड्रग्स बेचना शुरू किया। पिछले साल मंदिरहसौद इलाके के एक बड़े होटल में नए साल के जश्न में भी डीजे का काम विकास ने किया था। उस दौरान भी कई लोगों कोकीन परोसा गया था।