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CG Tourism: छत्तीसगढ़ के 7 अभ्यारण जहां ठंड में देखते ही बनती है खूबसूरती, देखें तस्वीरें रिजर्व के अधिकारी अब दो पाली में पर्यटकों को सैर कराने का प्रयोग कर रहे हैं। यदि यह प्रयोग सफल रहता है, तो इसे गर्मियों से पहले तक नियमित रूप से लागू किया जा सकता है। वर्तमान में
पर्यटकों को केवल एक पाली में भ्रमण की सुविधा मिलती है। लेकिन, अब सुबह 10:30 बजे से 1 बजे तक और फिर दोपहर 3 बजे से 6 बजे तक दो पाली में भ्रमण कराया जा रहा है। यदि यह प्रयोग सफल रहता है, तो गर्मी में इसे फिर से एक पाली में सीमित किया जा सकता है।
घने जंगल का रोमांच और वन्यजीवों का संसार: अचानकमार का जंगल मैकाल परिदृश्य का हिस्सा है, जो मध्यप्रदेश के कान्हा-पेंच परिदृश्य से जुड़ा हुआ है। यहां बाघ, तेंदुआ, बाइसन, जंगली सुअर और गिद्ध की दुर्लभ प्रजातियां देखी जा सकती हैं। इसके अलावा, जंगल में 600 से अधिक औषधीय पौधों और वृक्षों की प्रजातियां हैं, जो इसे पर्यटकों के लिए एक बेहतरीन गंतव्य बनाती हैं।
बाघ की चहलकदमी का आकर्षण
अचानकमार टाइगर रिजर्व में बाघों की चहलकदमी पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन गई है। रिजर्व के एक अधिकारी ने कहा, इस मौसम में बाघों की सक्रियता अधिक देखी जा रही है। यह पर्यटकों को आकर्षित करने का प्रमुख कारण है। बाघों की चहलकदमी जंगल की खूबसूरती में चार चांद लगा देती है, और पर्यटकों को यह अनुभव अत्यंत रोमांचक और अविस्मरणीय बनाता है। रिजर्व के भीतर बाघों की बढ़ती गतिविधियां इस स्थान को वन्यजीव प्रेमियों के लिए और भी रोमांचक बना रही हैं।
बैगा रिसॉर्ट और विशेष वाहन
पर्यटकों को आकर्षित करने में शिवतराई स्थित बैगा रिसॉर्ट का भी महत्वपूर्ण योगदान है। यहां 20 शानदार कमरे हैं, जिनका नामकरण एटीआर के भीतर बसे गांवों के नाम पर किया गया है, जैसे जल्दा, रंजकी, छपरवा, और लमनी। इस रिसॉर्ट का वातावरण पर्यटकों को जंगल के करीब होने का अहसास कराता है। इसके अलावा, सैर के लिए सात जिप्सी, दो नौ-सीटर योद्धा वाहन और एक 20-सीटर बस उपलब्ध हैं, जो पर्यटकों को जंगल की सैर का अनुभव प्रदान करते हैं। खासकर शीशों से घिरी इस बस में पर्यटक जंगल का 360 डिग्री नजारा ले सकते हैं।