जेल जाने से बचने के लिए स्वाइन फ्लू की रिपोर्ट कोविड में बदलकर कोर्ट में की पेश
Raipur News: चोर चोरी से जाए, हेराफेरी से न जाए… इस कहावत को करोड़ों की हेराफेरी करने वाले आरोपी ने फिर सच कर दिखाया है। आरोपी ने जेल से बचने के लिए न्यायालय को फर्जी कोविड रिपोर्ट पेश कर दी।
Chhattisgarh News: रायपुर पत्रिका@ जितेंद्र दहिया। चोर चोरी से जाए, हेराफेरी से न जाए… इस कहावत को करोड़ों की हेराफेरी करने वाले आरोपी ने फिर सच कर दिखाया है। 17 करोड़ के फर्जीवाड़े के आरोपी ने जेल से बचने के लिए न्यायालय को फर्जी कोविड रिपोर्ट पेश कर दी। इस रिपोर्ट के आधार पर आरोपी आंबेडकर अस्पताल के कोविड आईसीयू में भर्ती हो गया।
पत्रिका को जब इस मामले की जानकारी मिली तो रिपोर्टर ने कोविड आईसीयू वार्ड की पड़ताल की। जिसमें यह सच सामने आया कि आरोपी ने पांच माह पुरानी स्वाइन फ्लू की लैब रिपोर्ट को कोविड की बनाकर न्यायालय में प्रस्तुत की थी। तेलंगाना के जिला मेडक के निवासी सत्यनारायण वर्मा बीते एक साल से रायपुर जेल में बंद है। बीते माह पिता की बीमारी का इलाज कराने के नाम से आरोपी पेरोल पर हैदराबाद गया था। सोमवार को आरोपी की पेरोल खत्म हुई तो उसने लोधीपारा चौक की शिवम एडवांस वायरस डायग्नोस्टिक सेंटर एंड पैथ लैब की कोेविड पॉजिटिव की रिपोर्ट न्यायालय में पेश कर दी।
बाहर का खाना और दोस्तों से मिलने की छूट आंबेडकर अस्पताल में प्रबंधन की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। आरोपी को सोमवार की शाम को भर्ती किया गया था, लेकिन एडमिट मंगलवार को दिखाया गया है। पत्रिका टीम मंगलवार शाम तक कोविड वार्ड में निगरानी कर रही थी। शाम तक कोविड की जांच डॉक्टरों द्वारा नहीं की गई। जब टीम ने आरोपी की मेडिकल फाइल देखी तो उसे दवाएं देना शुरू कर दिया गया है। आरोपी को मोबाइल, बाहर का खाना और दोस्तों से मिलने की खुली छूट है। इसी मामले का एक अन्य आरोपी भी तीन महीने से आंबेडकर अस्पताल में ऐश कर रहा है।
ऐसे खुला मामला पत्रिका को इस रिपोर्ट के फर्जी होने की जानकारी मिली। इसके बाद पत्रिका टीम ने आंबेडकर अस्पताल से रिपोर्ट निकाली। रिपोर्टर ने जब लोधीपारा चौक की शिवम एडवांस वायरस डायग्नोस्टिक सेंटर एंड पैथ लैब से जानकारी जुटाई तो वहां के संचालक ने सहयोग करते हुए पूरी जानकारी दी कि रिपोर्ट (क्रमांक एसवीडीएल18550) 12 जून 2023 सुबह 8:49 बजे की दी गई है।
जबकि वह 14 जनवरी 2023 की रिपोर्ट है। जिसमें 72 वर्षींय मरीज का नाम ज्योति बाई लासी की स्वाइन फ्लू की नेगेटिव रिपोर्ट है।, जिसे कंप्यूटर से कांटछाट कर बनाया गया है। अभी लैब में जांच का सीरियल क्रमांक 20,744 चल रहा है।
आरोपी पर सरकारी पैसे ठगने का है आरोप एक साल पहले एक्सिस बैंक के बी. आनंद ने रायपुर के मुजगहन थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि बैंक में छ.ग. राज्य कृषि मण्डी बोर्ड का खाता है। इस खाते से आरोपी सतीश वर्मा और चन्द्रभान सिंह ने अपने सहयोगी लोगों के साथ मिलकर फर्जी चेक के माध्यम से 17 करोड़ रुपए निकाल लिए। पुलिस ने इसके बाद खातों की जांच शुरू की। इनपुट मिला कि हैदराबाद के खातों में रकम भेजी गई थी। वहां बैंक डीटेल के आधार पर सत्यनारायण शर्मा को हिरासत में लिया गया था।
जो भी गलत रिपोर्ट बनाएगा वह तत्काल पकड़ में आ जाएगा। हम कोई एच1एन1 और कोविड टेस्ट कर के जांच रिपोर्ट बनाते हैं। उसे आईसीएमआर की वेबसाइट में अपलोड करते हैं। – केके वाधवा, संचालक, शिवम एडवांस वायरस डायग्नोस्टिक सेंटर एंड पैथ लैब
कोर्ट के आदेश से बंदी को भर्ती किया गया था। उनकी जांच के लिए आदेश दिया गया है। अभी तक सैंपल कैसे नहीं लिए गए इसकी जानकारी ली जाएगी। – डॉ. ओ.पी. सुंदरानी, प्रभारी, कोविड डिपार्टमेंट, आंबेडकर अस्पताल,रायपुर