तलाशी के शराब कारोबारियों और उनसे जुड़े लोगों के ठिकानों से 19 लाख नकदी, करोड़ों रुपए की ज्वेलरी, निवेश, शेल कंपनियों और चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज, लैपटॉप, पैन ड्राइव सहित लेनदेन का हिसाब मिला है। इन सभी को जांच के लिए जब्त किया गया है। बरामद किए गए दस्तावेजों में आबकारी से अर्जित अवैध संपत्तियों का विभिन्न कंपनियों में निवेश करने की जानकारी मिली है। छापे की यह कार्रवाई अनवर ढेबर और अरविंद सिंह से पूछताछ के दौरान मिले इनपुट के आधार पर की गई है। इसमें ईओडब्ल्यू और एसीबी की 80 सदस्यीय टीम द्वारा एक साथ दबिश दी गई थी। तलाशी पूरी करने के बाद दस्तावेजों को जब्त करने के बाद टीम के लौट रही है।
शराब कारोबारी लक्ष्मीनारायण उर्फ पप्पू बंसल के भिलाई में खुर्सीपार स्थित घर पर दबिश दी गई थी। इस दौरान वहां ताला लगा हुआ था। सूचना देने के बाद भी किसी के नहीं आने पर नोटिस चस्पा कर घर को सील कर दिया गया है। वहीं नेहरू नगर में विजय भाटिया और स्मृति नगर में एनके सिन्हा के घर पर तलाशी लेने के बाद दस्तावेजों को जब्त किया गया।
रायपुर के सदर बाजार के सद्दानी मार्केट स्थित एक हवाला कारोबारी के ठिकाने में दबिश दी गई थी। तलाशी के दौरान बड़ी संख्या में लेनदेन के दस्तावेज मिले है। इसी तरह समता कालोनी में दो कारोबरियों और महावीर नगर से जमीन और निवेश के पेपर्स बरामद किए गए।
शराब घोटाले से अर्जित रकम को खपाने के लिए कारोबारियों द्वारा शेल कंपनियों का गठन किया गया था। इसके जरिए वह रकम का ट्रांजेक्शन करने के साथ ही हवाला के जरिए भी रकम पहुंचाए जाने की जानकारी मिली है। इन सभी के दस्तावेजों की जांच करने के बाद संदेह के दायरे में आने वालों को तलब किया जाएगा।
ईओडब्ल्यू की टीम ने आबकारी विभाग के तत्कालीन विशेष सचिव एपी त्रिपाठी को बिहार के गोपालगंज से हिरासत में लिया है। ईडी ने उसे 11 महीने पहले गिरफ्तार किया था। महीनेभर पहले जमानत मिलने के बाद ईओडब्ल्यू द्वारा एफआईआर दर्ज करते ही दोबारा गिरफ्तार किए जाने की आशंका के चलते बिहार फरार हो गए थे। ईओडब्ल्यू की टीम उसे हिरासत में लेने के बाद रायपुर लेकर आ रही है। शुक्रवार को उसे स्पेशल कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने आवेदन पेश किया जाएगा।