जंगलो की बर्बादी हाथियों के आने का कारण
अनुविभागीय अधिकारी आर.आर पैंकरा ने बताया कि हाथी एवं मनुष्य की लड़ाई का प्रमुख कारण जंगलो का बर्बाद होना है। उनका कहना था कि पूर्व के समय मे हाथी जंगलों से जंगल तक ही विचरण किया करते थे, इस दौरान ये जंगल मे ही अपने खाने पीने की वस्तु तलाशते थे, पर अब उन्हें जंगलों में प्रर्याप्त भोजन सामग्री ना मिलने के कारण उनका रूझान रिहायशी ईलाको की ओर हो रहा है, जहां पहुंचकर वों खेतों की फफसल एवं घर मे रखे अनाज को खाकर अपनी भूख मिटाते हैं और इस दौरान हाथियों का सामना यदि मनुष्य से होता है तो ये उस पर अपना क्रोध निकाल देते है।
जशपुर : ग्रामीणों के बीच से युवक को खींचकर ले गए हाथी, कुचला
जशपुरनगर/नारायणपुर. जशपुर जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत सेंद्रिमुडा अंतर्गत पतराटोली में शुक्रवार की रात हाथियों का झुंड एक युवक को कुचलकर मार डाला। युवक का नाम कृष्णा सिंह (18) पिता हरदेव सिंह बताया जा रहा है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक पतराटोली के लोगों को जानकारी मिली कि गांव में हाथी आ रहे हैं। अनहोनी की आशंका से बड़ी संख्या में ग्रामीण हाथियों को गांव से खदेडऩे में जुट गए। इसी अफरा-तफरी के माहौल में कृष्णा अचानक गायब हो गया। किसी को पता नहीं चला कि वह कब हाथियों के चंगुल में फंस गया।
बताया जा रहा है कि हाथी गांव से दूर ढुकुटोगरी के पास युवक को ले गए। जहां झुंड ने युवक को मार डाला। रातभर बारिश होने के कारण घटना की जानकारी ग्रामीणों को नहीं मिली। ग्रामीण तब सकते में आ गए जब सुबह युवक की लाश मिली। सूचना पर वन विभाग प्रकरण तैयार कर मृतक के परिवार को राहत देने प्रयास कर रहा है। वही मामले में एक बार फिर सवाल उठ रहा कि हाथियों को आवेश में रेस्क्यू करने का प्रयास कितना खतरनाक साबित हो सकता है। वहीं विभाग की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं।