केवल 10 फीसदी ने डांट-फटकार, पढ़ाई या अन्य कारणों से घर छोड़ा था। घर छोड़ने वालों में नाबालिग लड़कियों की संख्या ज्यादा है। 186 बालिकाओं ने अपनी मर्जी या किसी के बहकावे में आकर घर छोड़ा है। इनमें से 126 को पुलिस ने ढूंढकर उन्हें वापस घर पहुंचाया है। बाकी बालिकाओं के बारे में भी जानकारी जुटा ली है। (cg raipr news) मोबाइल और सोशल मीडिया फ्रेंडली होने के चलते भी नाबालिगों में दोस्ती और लव अफेयर के मामले बढ़े हैं। अलग-अलग थाना क्षेत्रों से जनवरी से मई 2023 के बीच जिले से 186 बालिकाओं के साथ ही 42 नाबालिग लड़कों ने भी घर छोड़ा था। इनमें से 37 बालकों को पुलिस ने बरामद कर लिया। 5 बालकों के बारे में पता चल गया है। इसी तरह 60 नाबालिग लड़कियों के बारे में भी जानकारी लेकर उनकी तलाश की जा रही है। (chhattisgarh news) उल्लेखनीय है कि घर छोड़ने वाले नाबालिग बालक-बालिकाओं के लिए पुलिस ऑपरेशन मुस्कान चला रही है। इसके तहत नाबालिगों की तलाश की जा रही है। इसमें पिछले साल के गुम नाबालिगों की भी तलाश की जा रही है।
केस- 1 आरंग इलाके की 14 वर्षीया बालिका जुलाई 2022 में घर छोड़कर एक युवक के साथ चली गई थी। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर बालिका की तलाश शुरू की। (raipur news) लगातार तलाश करने के दौरान पुलिस को उसके हरियाणा में होने की सूचना मिली। जून 2023 में आरंग पुलिस बालिका को हरियाणा से बरामद किया। इसके बाद उनके परिजनों को सौंपा।
केस-2 गुढ़ियारी में रहने वाली 15 साल 9 माह की बालिका फरवरी 2022 में अचानक अपने घर से कहीं चली गई। गुढ़ियारी पुलिस ने बालिका की तलाश शुरू की। पहले बालिका का एक युवक के साथ भोपाल में होने की सूचना मिली। पुलिस वहां पहुंची, तो वो कहीं और चले गए थे। कुछ समय बाद बालिका और युवक के सिमगा में होने की जानकारी मिली। (chhattisgarh news) पुलिस वहां पहुंची, तो उनके गोगांव होने का पता लगा। 21 अप्रैल 2023 को पुलिस ने उन्हें बरामद कर लिया।